मथुरा। ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर (Thakur Bankebihari Mandir) में रविवार को श्रद्धालुओं का दबाव बढ़ने से हालात बेकाबू हो गए। भीड़ के बीच दबकर एक महिला श्रद्धालु का पैर फ्रैक्चर हो गया।
उन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं पांच अन्य महिला श्रद्धालुओं की भी हालत बिगड़ गई। मंदिर पर मौजूद चिकित्सकों की टीम ने सभी को उपचार दिया, जिसके बाद हालत में सुधार हुआ। लगातार बढ़ रही भीड़ के चलते प्रशासन और सुरक्षा के इंतजाम नाकाफी नजर आए।
होली पर ठाकुरजी (Thakur Bankebihari) के दर्शन के लिए भक्तों का सैलाब वृंदावन पहुंच रहा है। रविवार को अवकाश के चलते श्रद्धालुओं की संख्या इतनी बढ़ गई कि उसे काबू करना मुश्किल हो गया। धक्का-मुक्की के बीच मंदिर परिसर व बाहर तक हालात बेकाबू नजर आए। इस बीच कोलकाता से दर्शन करने आईं नेहा गुप्ता पत्नी संदीप गुप्ता गिर गईं। जब तक उन्हें उठाया तब तक कई श्रद्धालु उनके पैर के ऊपर से गुजर गए। इसे पैर में चोट लग गई। उन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनके पैर में फ्रैक्चर होने की बात सामने आई है।
दूसरी तरफ दिन भर महिला श्रद्धालुओं की भीड़ के बीच हालत खराब होती रही। मंदिर दर्शन के दौरान दिल्ली से आईं निकिता पुत्री मनोज भीड़ में बुरी रह फंस गईं। घबराहट के कारण वह बेहोश हो गईं। इसके अलावा कोलकाता निवासी वृद्धा गायत्री और उनकी पुत्री मौनी भी बेहोश हो गईं। तीनों को मंदिर पर मौजूद टीम ने उपचार दिया, जिसके बाद उनकी हालत में सुधार हुआ। शाम को दर्शन के दौरान हापुड़ की तृषा शर्मा पुत्री संजय शर्मा और शीतल पत्नी पिंटू की तबीयत भी भीड़ के चलते बिगड़ गई। चक्कर आने से दोनों गिर गईं। उन्हें भी उपचार देने के बाद वापस भेजा गया।
बांकेबिहारी मंदिर (Thakur Bankebihari Mandir) में सुरक्षा व्यवस्था के लिए तैनात पुलिसकर्मी भी भीड़ के चलते बेबस नजर आए। भीड़ इतनी अधिक थी कि पुलिसकर्मी खुद उनके बीच फंसे रहे। श्रद्धालुओं को नियंत्रित करने में उनकी सांसें फूलती रहीं। दरअसल भीड़ को देखते हुए पुलिस के इंतजाम कम पड़ रहे हैं। जब तक प्रशासन कोई ठोस कदम नहीं उठाता है, तब तक हालात में सुधार मुश्किल है।