सियालदह मंडल द्वारा एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि – गोबरडांगा की सेक्शनल गति 50 किमी प्रति घंटे से बढ़ाकर 110 किमी प्रति घंटे की गई

कोलकाता, 16 फरवरी, 2025 ; एक और महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा उन्नयन के तहत, गोबरडांगा का लेआउट सफलतापूर्वक सुधार कर सेक्शनल गति को 50 किमी प्रति घंटे से बढ़ाकर 110 किमी प्रति घंटे कर दिया गया है। यह विशाल लेआउट सुधार 15 और 16 फरवरी को गोबरडांगा रेलवे स्टेशन पर पूरा किया गया, जिससे ट्रेन संचालन की सुरक्षा और दक्षता में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।

23:30 बजे से 09:00 बजे के बीच सावधानीपूर्वक नियोजित मेगा ब्लॉक के दौरान, सियालदह मंडल के परिचालन, इंजीनियरिंग, S&T तथा TRD विभागों के संगठित प्रयासों से यह कार्य पूरा किया गया। 400 से अधिक श्रमिकों, ट्रैक मशीनों, टॉवर वैगनों और अर्थमूविंग उपकरणों की सहायता से परियोजना को निर्धारित समय-सीमा के भीतर पूरा किया गया। यह उपलब्धि सियालदह मंडल के मंडल रेल प्रबंधक (DRM) श्री दीपक निगम के गतिशील नेतृत्व में हासिल की गई।

गोबरडांगा स्टेशन के इस महत्वपूर्ण लेआउट सुधार कार्य के तहत सुरक्षा संबंधी खतरों को दूर करने पर मुख्य रूप से ध्यान दिया गया। ट्रैक पुनर्संरेखण के लिए दो प्वाइंट स्थानांतरित किए गए और 500 मीटर घुमावदार ट्रैक को आवश्यक संरेखण में लाया गया, जिससे ट्रेन गति और सफर की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार होगा। नए ट्रैक संरेखण को समायोजित करने के लिए दस ओवरहेड उपकरण (OHE) mast को पुनः स्थापित किया गया। ये mast पूर्व-निर्माण चरण के दौरान लगाए गए थे ताकि मेगा ब्लॉक के दौरान व्यवधान कम किया जा सके।

इस पुनर्संरेखण में 0.5 किलोमीटर की वायरिंग, जिसमें एक क्रॉसओवर शामिल था, को भी समायोजित किया गया। क्रॉसओवर संरेखण के अंतिम निरीक्षण और समायोजन एक कॉरिडोर ब्लॉक के दौरान किए गए, जिसमें इसे सियालदह (SDAH) की ओर 11 मीटर स्थानांतरित किया गया। इस जटिल प्रक्रिया में प्वाइंट जंक्शन बॉक्स, डीसी ट्रैक सर्किट बॉन्ड और छह ग्लूइड जॉइंट्स का स्थानांतरण भी शामिल था, जिससे इस महत्वपूर्ण स्थान पर प्वाइंट संचालन की विश्वसनीयता और सुरक्षा में वृद्धि होगी।

अन्य महत्वपूर्ण कार्य भी पूरे किए गए:

गोबरडांगा मेगा ब्लॉक के दौरान, सियालदह मंडल ने ट्रेन सेवाओं पर न्यूनतम प्रभाव डालते हुए कई अन्य रखरखाव और परिचालन उन्नयन कार्य पूरे किए।

चांदपाड़ा स्टेशन: प्लेटफॉर्म 2 लाइन की डीप स्क्रीनिंग BCM मशीनों 388 और 718 से की गई, जिससे ट्रैक जल निकासी में सुधार हुआ और दीर्घकालिक स्थायित्व सुनिश्चित हुआ।

दत्तापुकुर-बीरा सेक्शन: BCM मशीन 331 द्वारा आधुनिक तकनीकों का उपयोग कर प्लेन ट्रैक की डीप स्क्रीनिंग की गई।

चांदपाड़ा-बोंगांव सेक्शन: अप और डाउन लाइनों का टैम्पिंग पूरा किया गया।

इसके अतिरिक्त, निम्नलिखित रखरखाव कार्य भी संपन्न किए गए:

(a) 10 कैंटिलीवर्स और एक सेक्शन इंसुलेटर का पीरियॉडिक ओवरहॉल (POH)।
(b) गोबरडांगा से चांदपाड़ा के बीच 8 स्थानों पर ओवरहेड उपकरणों का वार्षिक ओवरहॉल (AOH) और 8 स्थानों पर लाइटनिंग अरेस्टर्स का रखरखाव।
(c) गोबरडांगा और चांदपाड़ा में दो पूर्ण गैन्ट्रीज का रखरखाव।

पूर्वी रेलवे के महाप्रबंधक श्री मिलिंद के. देऊसकर ने इन चुनौतीपूर्ण और जटिल कार्यों की समयबद्ध पूर्णता की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह पूर्वी रेलवे द्वारा यात्रियों की असुविधा को कम करते हुए बुनियादी ढांचे के व्यापक उन्नयन और रखरखाव पर निरंतर ध्यान केंद्रित करने का प्रमाण है।

मेगा ब्लॉक के दौरान इन महत्वपूर्ण कार्यों की सफलतापूर्वक पूर्णता से न केवल ट्रेन संचालन सुचारू होगा बल्कि यात्रा समय भी घटेगा और यात्रियों की सुरक्षा में भी वृद्धि होगी। यह परियोजना सियालदह मंडल की आधुनिकीकरण और संरचना सुधार के प्रति अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

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