महाकुंभ  भगदड़ में मृत पश्चिम बंगाल की दो महिलाओं के शव बिना मृत्यु प्रमाण पत्र परिजनों को सौंपे जाने  के आरोप 

 

कोलकाता, 31 जनवरी । प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले के दौरान मची भगदड़ में पश्चिम बंगाल की दो महिलाओं सहित 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई। मृतकों के परिजनों ने उत्तर प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बिना किसी आधिकारिक मृत्यु प्रमाण पत्र के ही शव सौंप दिए गए।

कोलकाता के गोल्फ ग्रीन इलाके की रहने वाली बसंती पोद्दार और पश्चिम मेदिनीपुर जिले की सालबोनी की उर्मिला भुइयां की इस भगदड़ में जान चली गई। बसंती पोद्दार के बेटे सुरजीत पोद्दार ने बताया कि हम संगम घाट की ओर बढ़ रहे थे, तभी अचानक भारी भीड़ उमड़ी। कोई पुलिसकर्मी वहां मौजूद नहीं था। भगदड़ रात करीब एक से 1:30 बजे के बीच हुई। मां को अस्पताल ले जाने का मौका तक नहीं मिला।

सुरजीत ने आगे बताया कि उन्हें शव सौंपते समय कोई मृत्यु प्रमाण पत्र नहीं दिया गया, बल्कि सिर्फ एक साधारण पर्ची दी गई, जिस पर कोई सरकारी मुहर या हस्ताक्षर नहीं था। उन्हें यह भी बताया गया कि मृत्यु प्रमाण पत्र उनके स्थानीय पुलिस स्टेशन को भेजा जाएगा।

उर्मिला भुइयां के भाई दुलाल भुइयां ने भी यही आरोप लगाया कि उनकी बहन का शव बिना किसी आधिकारिक प्रमाण पत्र के ही सौंप दिया गया।
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बंगाल सरकार ने उठाए सवाल, बिजली मंत्री बोले – पूरी तरह अव्यवस्था का नतीजा

इस घटना पर पश्चिम बंगाल के बिजली मंत्री अरूप बिस्वास ने उत्तर प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि महाकुंभ मेले में सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन की कोई उचित व्यवस्था नहीं थी। शवों को बिना मृत्यु प्रमाण पत्र के सौंपा जाना प्रशासनिक लापरवाही है।

स्थानीय पार्षद तपन दासगुप्ता ने भी यूपी सरकार की नीयत पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह एक साजिश लगती है। बिना प्रमाण पत्र के शव सौंपना गलत है। ऐसा करने से मृतकों के परिजनों को मुआवजा मिलने में दिक्कत आ सकती है। जरूरत पड़ी तो हम इस मामले में एफआईआर दर्ज कराएंगे।
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उत्तर प्रदेश सरकार ने दिए जांच के आदेश

महाकुंभ में हुई इस भगदड़ के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता में जांच समिति गठित की गई है, जो एक महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट पेश करेगी। प्रशासन का कहना है कि भीड़ नियंत्रण के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

 

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