
सत्संग भवन में श्रीमद्भागवत कथा
कोलकाता । सत्संग भवन में श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में युवाचार्य आकाश शर्मा ने व्यास पीठ से श्रोताओं को भाव विभोर करते हुए कहा भगवान श्रीकृष्ण ने गीता में कहा जो मेरी शरण में आते हैं, वे भवसागर पार कर लेते हैं । युवाचार्य ने कहा जहां भागवत कथा होती है वहां देवता पहुंचते हैं, श्रोताओं – भक्तों पर प्रभु की कृपा होती है । राधे – राधे भक्तिमय वातावरण में युवाचार्य आकाश शर्मा ने कहा भक्ति देवी – देवता के स्वरूप की होती है, जो देवी – देवता के माध्यम से हमारी आत्मा महसूस करती है । भक्ति का मूल तत्व देवी – देवता के प्रति आस्था एवम प्रतिबद्धता, निष्ठा और समर्पण है । सनातन हिन्दू धर्म में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम एवम गीता में श्रीकृष्ण के उपदेशों का अनुसरण करना भक्ति है । व्यास पीठ का पूजन शकुन्तला तिवारी, मुकेश शर्मा, कुलदीप दीक्षित, सुनील दीक्षित, अश्विनी मिश्रा एवम श्रद्धालु भक्तों ने किया । राजू शर्मा, अभय पाण्डेय, अशोक तिवारी एवम कार्यकर्ता सक्रिय हैं । सत्संग भवन के ट्रस्टी पण्डित लक्ष्मीकांत तिवारी, दीपक मिश्रा ने श्रद्धालु भक्तों से श्रीमद्भागवत कथा श्रवण कर पुण्य अर्जित करने का निवेदन किया ।
