उत्तर दिनाजपुर जिले के करंदिघी में मंगलवार दोपहर एक नाटकीय घटना देखने को मिली, जब सीपीआई (एम) के किसान सभा, यानी सर्वभारतीय किसान सभा के नेतृत्व में एक किसान मार्च करंदिघी भूमि राजस्व विभाग (बीएलआरओ ऑफिस) के सामने पहुंचकर बाड़ा तोड़ दिया। किसानों की एकत्रित ताकत के सामने पुलिस एक क्षण के लिए ठिठक गई, और इसी मौके का फायदा उठाकर रहुल आमिन, भास्कर दास, सुफल हांसदा, और चंदन दास के नेतृत्व में मार्च ने बाड़ा तोड़कर कार्यालय के सामने पहुंच गया।
मार्च का उद्देश्य भूमि राजस्व विभाग की अव्यवस्थाओं के खिलाफ एक जन डिपुटेशन जमा करना था, जो पहले से तय था। करंदिघी थाने के सामने से शुरू हुए इस मार्च का नेतृत्व अनवरुल हक, सुरजीत कर्मकार, उत्तम पाल, और मैनुल हक ने किया। मार्च के प्रतिभागियों ने आरोप लगाया कि भूमि रिकार्ड में दलालों का अत्याचार चल रहा है, जिसे तुरंत बंद किया जाना चाहिए।
किसानों की इस साहसी पहल ने न केवल उनके हक को पुनः स्थापित करने की दिशा में एक कदम बढ़ाया, बल्कि यह प्रशासनिक अव्यवस्थाओं के खिलाफ एक स्पष्ट विरोध भी था।