कोलकाता:कोलकाता में कोरोना टीकाकरण के नाम पर फर्जी वैक्सीनेशन कैंप लगाकर तृणमूल सांसद मिमी चक्रवर्ती समेत हजारों लोगों को निमोनिया का इंजेक्शन लगाने वाले फर्जी आईएएस अधिकारी देबांजन देब के लगभग 10 ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापेमारी की। बता दें कि कोलकाता पुलिस देबांजन देब सहित आठ लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया था। इनमें हत्या सहित अन्य आरोप लगाए गए थे। पता चला था कि फर्जी आईएएस अधिकारी ने बड़े पैमाने पर रेमदेसीविर और अन्य जीवन रक्षक दवाइयों की कालाबाजारी की थी। विदेशों से रुपये मंगवाने और भेजने के लिए मामले सामने आए थे जिसकी जांच में ईडी अधिकारी ने छापेमारी की है।
कोलकाता नगर निगम के फर्जी आयुक्त देबांजन देब खुद को आईएएस अधिकारी बताते थे और इस मामले में उनके खिलाफ धन उगाही का मामला भी है। इसके अतिरिक्त पैसों के गलत लेनदेन का भी आरोप लगा था। इस मामले में पहले ही ईडी ने कोलकाता पुलिस से कागजात मांगें थे और अब उनके ठिकानों पर छापेमारी की है।
ईडी का आरोप है कि अवैध रूप से देबांजन देब ने पैसों की लेनदेन की थी। इसके साथ ही देबांजन देब के खिलाफ लोगों के साथ फ्रॉड करने का भी आरोप लगा था। कोलकाता पुलिस ने उसके आवास और कार्यालय की भी तलाशी ली थी। तलाशी के दौरान नकली वैक्सीन के साथ-साथ अन्य कागजात भी बरामद किए गए थे। आरोपित देबांजन देब के खिलाफ एक कारोबारी से 90 लाख रुपये की ठगी का आरोप लगाया था। उन्होंने कलकत्ता नगर पालिका के कुछ दस्तावेज दिखाए थे और बाइपास से सटी जगह पर कम्यूनिटी हॉल बनाने का वादा किया था और 90 लाख रुपये जमा किए थे, लेकिन अभी तक सामुदायिक भवन नहीं बन पाया है। इसके खिलाफ शिकायत दर्ज की गई थी।