कोलकाता, । पश्चिम बंगाल सरकार के खिलाफ राज्यपाल जगदीप धनखड़ द्वारा की जा रही लगातार बयानबाजी पर अब बंगाल भाजपा भी बिफरी है। पार्टी के प्रवक्ता शमिक भट्टाचार्य ने राज्यपाल को नसीहत देते हुए कहा है कि राज्य सरकार के खिलाफ बयान बाजी बंद करिए। इससे आम लोगों के बीच गलत संदेश जा रहा है।
नदिया जिले में नाबालिगा के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म के बाद मौत के मामले में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान की निंदा करते हुए राज्यपाल ने कहा है कि एक संवैधानिक पद पर बैठे हुए व्यक्ति का इस तरह का बयान उनकी संवेदनहीनता को दिखाता है। इसके अलावा दनखड़ ने निष्पक्ष जांच की भी नसीहत दी है। इस पर पलटवार करते हुए भट्टाचार्य ने कहा कि राज्यपाल बयान बाजी बंद करें और कार्रवाई करें।
मंगलवार को भट्टाचार्य ने कहा कि राज्यपाल बार-बार कहते हैं कि राज्य में कानून व्यवस्था का शासन नहीं है। यहां के लोग दहशत में रह रहे हैं। सरकार नियमों का पालन नहीं कर रही है। संविधान के अनुसार सरकार नहीं चल रही है। लेकिन उनके इन बयानों को सुनकर बंगाल के लोग थक चुके हैं। हकीकत यह है कि राज्यपाल केवल बयान देते हैं कार्रवाई नहीं करते। भट्टाचार्य ने आगे कहा कि राज्यपाल संविधान के रक्षक हैं और लोगों के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा करना उनका कर्तव्य है। उन्हें चाहिए कि बयानबाजी के बजाय कार्रवाई करें या चुप रहें।
भट्टाचार्य के इस बयान को लेकर पश्चिम बंगाल में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। अमूमन भाजपा राज्यपाल के बयानों का समर्थन करती रही है। इस बीच शमिक भट्टाचार्य जो कि पार्टी के प्रवक्ता है उनके द्वारा इस तरह का बयान तृणमूल के हाथ बैठे-बिठाए बटेर के समान लगा है। तृणमूल के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि भट्टाचार्य मानसिक अवसाद में हैं इसीलिए इस तरह का बयान दे रहे हैं। हकीकत यही है कि राजभवन और भाजपा पार्टी दफ्तर में कोई फर्क नहीं है। दोनों में भाजपा के प्रतिनिधि बैठते हैं।
उल्लेखनीय है कि नदिया दुष्कर्म मामले में ममता बनर्जी ने कहा था कि जिस बच्ची के साथ दुष्कर्म हुआ है वह लव अफेयर में थी और गर्भवती थी। उनके इस बयान की चौतरफा निंदा हो रही है।