आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर की मां जमीन विवाद मामले में गिरफ्तार, पिस्तौल से किसानों को डराने धमकाने का आरोप

Pune Police arrests Manorama Khedkar: पुणे पुलिस ने प्रोबेशनरी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर की मां मनोरमा खेडकर को अवैध बंदूक रखने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। एक अधिकारी ने बताया कि विशेषाधिकारों के कथित दुरुपयोग को लेकर विवादों में घिरीं ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर की मां मनोरमा खेडकर को कथित जमीन विवाद मामले में हिरासत में लिया गया है।

पुणे पुलिस ने पिस्तौल से किसानों को धमकाने के मामले में घिरीं मनोरमा खेडकर के खिलाफ दर्ज किया है।जमीन विवाद को लेकर मनोरमा द्वारा कुछ लोगों को पिस्तौल दिखाकर कथित तौर पर धमकाने का वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने मनोरमा और उनके पति दिलीप खेडकर के अलावा पांच अन्य के खिलाफ FIR दर्ज की है। पूजा के पिता दिलीप खेडकर पर भी कथित तौर पर आय से अधिक संपत्ति और आय के लिए जांच की जाएगी।

जमीन कब्जा करने का आरोप

यह मामला सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आने के कुछ दिनों बाद दर्ज किया गया था, जिसमें मनोरमा अपने सुरक्षाकर्मियों के साथ पुणे की मुलशी तहसील के धडवाली गांव में हाथ में पिस्तौल लेकर कुछ लोगों के साथ तीखी बहस करती नजर आ रही थीं। स्थानीय लोगों का दावा था कि खेडकर ने पड़ोसी किसानों की जमीन पर अतिक्रमण किया है।

इस घटना का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह ​​पिस्तौल से किसानों को धमकाती हुई नजर आ रही थीं। इस जमीन को पूजा के पिता दिलीप खेडकर ने खरीदी थी। पूजा की मां और पिता पर इसी मामले में केस दर्ज है। किसानों का आरोप है कि खेडकर परिवार ने बाउंसर की मदद से पड़ोसी किसानों की जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की और उनको धमकाया।

किसान कुलदीप पासलकर ने दावा किया कि मनोरमा खेडकर जबरन उनकी जमीन हड़पने की कोशिश कर रही हैं। वीडियो के वायरल होने के बाद 13 जुलाई को पूजा खेडकर की मां मनोरमा और उनके पिता दिलीप समेत 7 लोगों के खिलाफ पौड पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया था।

पूजा भी मुश्किल में फंसीं

पूजा खेडकर हाल ही में तब सुर्खियों में आईं जब उन्होंने पुणे में अपनी तैनाती के दौरान कथित तौर पर अलग ‘केबिन’ और ‘स्टाफ’ की मांग की थी। उसके बाद उनका अचानक वाशिम जिले में तबादला कर दिया गया। उन पर अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) (8 लाख रुपये से कम वार्षिक आय) और दृष्टिबाधित श्रेणियों के तहत सिविल सेवा परीक्षा देकर और मानसिक बीमारी का प्रमाण पत्र पेश करके आईएएस में स्थान प्राप्त करने के आरोप लगे। विवाद बढ़ने के बाद उनकी ट्रेनिंग रोक दी गई है।

उनके पिता और महाराष्ट्र सरकार के पूर्व कर्मचारी दिलीप खेडकर ने एक मराठी समाचार चैनल से कहा कि वह वास्तव में गैर समृद्ध वर्ग (नॉन-क्रीमी लेयर) से संबंध रखते हैं। दिलीप ने अपनी बेटी का बचाव करते हुए कहा कि यदि सीमित साधनों वाला कोई व्यक्ति चार से पांच एकड़ जमीन का मालिक है, तो मूल्यांकन से पता चल सकता है कि उसकी संपत्ति कई करोड़ रुपये है। दिलीप खेडकर ने लोकसभा चुनाव लड़ा था और उन्होंने अपने चुनावी हलफनामे में 40 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की थी।

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