
कोलकाता। महानगर की सुप्रतिष्ठित साहित्यिक संस्था बडा़बाजार लाइब्रेरी के तत्वावधान मे विगत 2 दशक से भी अधिक समय से ज्वलंत विषयों पर आयोजित होने वाली व्याख्यानमाला के वार्षिक आयोजन में इस वर्ष का आयोजन बडा़बाजार लाइब्रेरी के आचार्य विष्णुकांत शास्त्री सभागार में सुसम्पन्न हुआ।
इस बार “बड़ाबाजार – परंपरा और परिवर्तन के संयोजन की चुनौतियां” विषय पर सुप्रसिद्ध आर्थिक विशेषज्ञ एवं विधायक अशोक लाहिड़ी ने अपने सारगर्भित विचार रखे। अपने व्याख्यान मे उन्होंने बड़ाबाजार के इतिहास के बारे में बताते हुए वर्तमान की समस्याओं का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि एक समय बड़ाबाजार देश में व्यवसाय का सबसे बड़ा केंद्र था, परंतु आधुनिकीकरण की प्रक्रिया को ना अपनाने के कारण ये सिमटता जा रहा है। आधुनिकीकरण समय की मांग है। जब तक हम आधुनिक सोच रखते हुए यहां की समस्याओं को हल करने के बारे में गंभीरता से नहीं सोचेंगे, बड़ाबाजार का विकास संभव नहीं है।
इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट ऑफ इंडिया (आईसीएआई ) के प्रेसिडेंट रंजीत अग्रवाल ने अपने अध्यक्षीय वक्तव्य में बड़ाबाजार के समृद्ध इतिहास के बारे में बताते हुए कहा कि यहां के व्यापारी लोगों को रोजगार देते थे, परंतु बहुत अफसोस की बात है कि आज उनके बच्चे पीढ़ियों से जमे जमाये व्यवसाय में नहीं आना चाहते। वे पढ़ लिखकर नौकरी करके खुश हैं। उन्होंने बड़ी संख्या में लड़कियों के CA बनने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि नए बनने वाले CA में करीब एक तिहाई की संख्या लड़कियों की है।
विराट शर्मा द्वारा भंवर जी के जीवन परिचय के उपरांत अतिथियों द्वारा मल्लावत जी के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का प्रारंभ हुआ। संस्था के उपाध्यक्ष जयगोपाल गुप्ता भी मंच पर उपस्थित थे। नंदकुमार लढ़ा, विराट शर्मा, सुनील मोर, प्रदीप सिकरिया ने माल्यार्पण कर एवं अंगवस्त्र प्रदान कर अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम के संयोजक श्री अरुण प्रकाश मल्लावत ने डॉ. लाहिड़ी को स्मृति चिन्ह प्रदान कर अभिनंदन किया। संस्था के मंत्री श्री अशोक कुमार गुप्ता ने कार्यक्रम का कुशल संचालन किया तथा धन्यवाद ज्ञापन किया हरिराम अग्रवाल ने।
कार्यक्रम में सर्वश्री सीए हरिराम अग्रवाल, सीए ओमप्रकाश बाँगड़, सीए किशन गोपाल बलदुवा, रमेश बेरीवाल,सीए रामानंद रूस्तगी, भागीरथ सारस्वत, सुरेंद्र पटवारी, राजाराम बियानी, राजेश नागोरी, गोपाल बंका, प्रकाश किल्ला, गोविन्द जैथलिया, विष्णु वर्मा, चाँदप्रकाश तोषणीवाल, कुसुम लुंडिया,महेंद्र दुगड, संपत मांधना, श्याम नारायण सिंह, डॉ आकांक्षा मल्लावत, सीए अनिषा मल्लावत, सीए संजीत सांघी, सीए राकेश चौधरी, बिमल मल्लावत, नंद कुमार लढा, अनिल मल्लावत, उर्मिला ध्यावाला, राजाराम बियानी, सुनील मल्लावत, अंकित मल्लावत, दीपक मुरारका, श्रीमोहन तिवाड़ी, डॉ. विश्वमित्र, प्रचारक विजय कुमार प्रभृति अनेक गणमान्य लोगो की उपस्थिति रही।
