विश्व पर्यावरण दिवस पर बुद्धिजीवियों द्वारा विचार व्यक्त किया गया

राजा परिवार रानी सोनिया मालिया ने कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस, को मनाने के पीछे का उद्देश्य पूरी दुनिया के लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना है। इस संयुक्त राष्ट्र अंतर्राष्ट्रीय दिवस में 150 से अधिक देशों के लोग भाग लेते हैं। स्वच्छ वातावरण और सुरक्षित पृथ्वी बनाने के लिए तरह-तरह के जागरुकता कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं और लोगों को पर्यावरण का महत्व समझाया जाता है।

दुर्गापुर दिविता आई केयर की मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ प्रियांशी चटर्जी ने कहा किसंयुक्त राष्ट्र महासभा ने साल 1972 में विश्व पर्यावरण दिवस की शुरुआत की थी। इसकी स्थापना संयुक्त राष्ट्र द्वारा 1972 में मानव पर्यावरण पर स्टॉकहोम सम्मेलन में की गई थी। पहला विश्व पर्यावरण दिवस एक साल बाद 5 जून 1973 को मनाया गया था। सम्मेलन ने पर्यावरणीय मुद्दों को उजागर करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय प्रयासों की शुरुआत का संकेत दिया। इस साल समारोह की 51वीं वर्षगांठ है।

गुरमत प्राचारिका जसप्रीत कौर ने कहा कि
विश्व पर्यावरण दिवस पर्यावरण को समर्पित दिन है। यह दिन पर्यावरण के प्रति जागरुकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है, जो व्यक्तिगत, समुदाय और वैश्विक स्तर पर लोगों को प्रोत्साहित कर पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारियों के बारे में भी जागरूक किया जाता है। दुर्गापुर मिशन हॉस्पिटल के चैयरमेन सत्यजीत बोस ने कहा लोगों को पर्यावरण के लिए संकट बन चुके जलवायु परिवर्तन, जंगलों की कटाई, प्रदूषण, बायोडाइवर्सिटी लॉस जैसे मुद्दों पर चिंतन कर इन्हें बचाने की मुहिम के तौर पर कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना जरूरी है। प्रत्येक लोग एक पौधे को गोद लेने का संकल्प ले।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Open chat
1
Hello
Can we help you?