चितरंजन: रेलइंजन उत्पादन क्षेत्र में भारतीय रेल के मानचित्र पर तरक्की की नई-नई दास्तान लिख रहा चितरंजन रेल इंजन कारखाना लगातार उत्पादन क्षेत्र में देश के सर्वश्रेष्ठ रेल इंजन उत्पादन का बेताज बादशाह बन चुका है। प्रत्येक वर्ष उत्पादन क्षेत्र में तरक्की की नई दास्तान लिख रहा है। सोमवार को चितरंजन के चिरेका प्रशासनिक भवन के सभागार में आयोजित पत्रकार वार्ता में चितरंजन रेल इंजन कारखाना के वरीय उप महाप्रबंधक पीके खत्री ने जानकारी देते हुए बताया कि इस वित्तीय वर्ष चिरेका को 700 रेलइंजन एवं 100 उच्च तकनीक 10 हजार हॉर्स पावर वाले अमृत भारत ट्रेन के लिए रेलइंजन उत्पादन का लक्ष्य भारतीय रेल द्वारा दिया गया है। इन इंजनो का निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। संस्थान द्वारा कम कीमत में उच्च क्षमता और तकनीक वाले रेल इंजन बनाए जा रहे हैं। जिसे काफी पसंद किया जा रहा है। एक सवाल के जवाब उन्होंने कहा कि पर्याप्त संसाधन और मैनपॉवर के सहयोग से इसे सफल बनाया जा रहा है। पत्रकार वार्ता में बताया कि रेलनगरी के पड़ोसी क्षेत्र मिहिजाम नगर परिषद क्षेत्र के प्रशासन और नगर वासी से सहयोग की अपील की गई है। ताकि नगर को प्रदूषित होने से बचाया जा सके और स्वच्छ शहर के सपने को साकार किया जा सके। जामताड़ा प्रशासन को इस आशय का पत्र लिखकर नगर परिषद क्षेत्र में स्वच्छता के संदर्भ में जमीन चिन्हित कर समस्या समाधान की मांग की गई है। वही गेट संख्या एक से बाजार की तरफ जाने वाली सड़क के दोनों और अतिक्रमण के बाबत सड़क के चौड़ी करण व्यवस्था को लेकर दुकानों को पीछे ले जाने में सहयोग करने की अपील भी की गई है। इसके अलावा अनावश्यक पॉकेट गेट को बंद कर दिया गया है। जहां से वाहनों का परिचालन बंद हो गया है लेकिन पैदल यात्रा की सेवा जारी है। चितरंजन में प्रवेश के लिए तीन अधिकृत गेट से बेरोक टोक प्रवेश संभव है। गेट संख्या 2 को भी प्रवेश के लिए सुचारू बना दिया गया है। यह व्यवस्था गृह विभाग के सुरक्षा कारणों से आदेश के बाद लिया गया है। इन सभी व्यवस्था को सुचारु करने में देश के आम लोगों को भी सहयोग करना चाहिए ताकि संस्थान बिना किसी बाधा के तरक्की की नई-नई कहानी लिख सके। इस पत्रकार वार्ता में सीपीआरओ एवं डीजीएम उत्तम कुमार मायती, अधिकारी आरपीएफ, जनसंपर्क पदाधिकारी चित्रसेन मंडल, पत्रकार गण एवं जनसंपर्क विभाग के कर्मचारी गण उपस्थित थे।