विहंगम योग के आध्यात्मिक शक्ति को जनमानस तक पहुंचाने हेतु निंघा स्थित आश्रम में सत्संग व भंडारा आयोजित

आसनसोल। विहंगम योग के आध्यात्मिक शक्ति को आम जनमानस तक पहुंचाने के उद्देश्य से शुक्रवार को आसनसोल के निंघा स्थित विहंगम योग संस्थान के महर्षि सदाफल देव आश्रम में एक वृहत्त सत्संग एवं भंडारा का आयोजन किया गया। सत्संग के इस कार्यक्रम में भजन गाने के लिए विहंगम योग संत समाज की अंतरराष्ट्रीय भजन गायिका रंजू सिंह झारखंड के बोकारो से पहुंची। इस दौरान इन्होंने सद्गुरु भगवान के सुमधुर भजनों से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। प्रवचन के कार्यक्रम में विहंगम योग संत समाज के पश्चिम बंगाल के प्रभारी जीबी सिंह ने सद्गुरु महिमा का गुणगान किया। इस दौरान सत्संग कार्यक्रम के मुख्य कर्ताधर्ता तथा आश्रम के अध्यक्ष प्रभुनाथ सिंह ने अपने व्यक्तव्य में कहा कि सद्गुरु की कृपा जिसके ऊपर रहती है उसका कोई भी बाल बांका नहीं कर सकता। परंतु अपने द्वारा किए गए बुरे कर्मों को एक दिन भोगना जरूर पड़ता है। परंतु जब हम सद्गुरु के शरणागत होते हैं एवं सद्गुरु के चरणों में समर्पित हो जाते हैं तो सद्गुरु हमें हर संकट से निकाल लेते हैं। वहीं कार्यक्रम के विषय में आश्रम के प्रचारक आलोक साहा ने बताया कि हमारे आश्रम के अध्यक्ष पीएन सिंह की इच्छा से आज आश्रम में एक वृहद सत्संग का आयोजन किया गया जिसका उद्देश्य हमारे पूरे संत समाज को एकजुट कर विहंगम योग के प्रचार प्रसार में तेजी लाना एवं जिस तरह से आज समाज के हर क्षेत्र में तरह-तरह की बुराइयां फैली हुई है लोग सभ्य समाज की धारा से अलग होकर चोरी, बेईमानी, हिंसा, नशा, दुष्कर्म, भ्रष्टाचार आदि नाना प्रकार के बुराइयों में लिप्त हो रहे हैं इन सब से निकलने का एक ही उपाय है सत्संग की धारा से जुड़ना विहंगम योग का अध्यात्मिक क्रियात्मक ज्ञान लोगों प्राकृतिक धारा से निकालकर ईश्वर के करीब ले जाता है जिससे हम समाज की सभी बुराइयों से विमुक्त होकर आध्यात्मिक धारा में गोता लगाते हुए ईश्वर के सानिध्य में चले जाते हैं एवं ईश्वर को प्राप्त कर लेते हैं। इसी उद्देश्य से आज कार्यक्रम आयोजित की किया गया था जिसमें पश्चिम बर्दवान जिले के हर क्षेत्र से गुरु के शिष्य पहुंचे थे इसके अलावा पुरुलिया जिले से भी शिष्यों की एक मंडली पहुंची थी। कार्यक्रम के बाद भंडारा का आयोजन हुआ जिसमें उपस्थित सैकड़ो लोगों नेप्रसाद ग्रहण किया।

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