कोलकात्ता: कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) का तीन दिवसीय 48 वां राज्य सम्मेलन संपन्न हो गया है। इसमें 80 नेताओं को लेकर नई राज्य कार्यकारिणी गठित की गई है। साथ ही पोलितब्यूरो के सदस्य मोहम्मद सलीम को राज्य सचिव बनाया गया है। पहले इस पद पर सूर्यकांत मिश्र थे।
मोहम्मद सलीम सांसद, विधायक और मंत्री भी रह चुके हैं। हालांकि, सीपीएम ने अभी तक आधिकारिक तौर पर इसकी घोषणा नहीं की है।
पोलित ब्यूरो के सदस्य सलीम सीपीएम के पहले अल्पसंख्यक राज्य सचिव हैं। माकपा सूत्रों ने बताया है कि शीर्ष नेतृत्व केंद्रीय समिति के सदस्य श्रीदीप भट्टाचार्य को राज्य सचिव के रूप में सूर्यकांत मिश्रा के स्थान पर नियुक्त करने का इच्छुक था। लेकिन अपने मुखर वक्तव्य और साफ-सुथरी छवि की वजह से मोहम्मद सलीम उन पर भारी पड़े। पार्टी में इस बात पर चर्चा हुई कि आज जब माकपा राजनीतिक अस्तित्व को एक बार फिर हासिल करने की ओर बढ़ रही है और मुश्किल वक्त से भी गुजर रही है तब कम चर्चित श्रीदीप को राज्य प्रभार सौंपना समझदारी भरा फैसला नहीं होगा। इसके बाद ही मोहम्मद सलीम को इस पद पर नियुक्त करने पर सहमति बनी।
सीपीएम पोलित ब्यूरो के सदस्य मोहम्मद सलीम दो बार राज्यसभा के सदस्य रह चुके हैं। वह रायगंज और कलकत्ता उत्तर-पूर्व लोकसभा क्षेत्रों से भी सांसद थे। वह बुद्धदेव भट्टाचार्य के मंत्रिमंडल में युवा कल्याण और अल्पसंख्यक विकास मंत्री भी रहे हैं। इसके अलावा कुछ वक्त तक वह पार्टी के प्रवक्ता भी थे।
इसी तरह से राज्य कार्यकारिणी से वाममोर्चा चेयरमैन और वयोवृद्ध नेता बिमान बसु अलग हुए हैं। उन्हीं की तरह सूर्यकांत मिश्रा, रॉबिन देव, गौतम देव और मृदुल दे जैसे दिग्गज नेताओं ने इस बार राज्य समिति से इस्तीफा दे दिया है। नई 80 सदस्यीय राज्य समिति में सुशांत घोष, प्रदीप सरकार, सुदीप सेनगुप्ता, शेख इब्राहिम, पार्थ मुखर्जी, गीता हांसदा और शतरूप घोष को जगह मिली हैं।