आसनसोल: ‘ बच्चों में बड़ों के प्रति आदर का भाव खत्म होता जा रहा है,लिहाजा उनमें नैतिक जिम्मेदारी का भाव भरना बेहद जरूरी है।अगर ऐसा नहीं हुआ तो इसका खमियाजा हम सबको भुगतना होगा। ‘ ये कहना है मीडिया पर्सनैलिटी और इंटरनेशनल इक्विटेबल ह्यूमन राइट्स सोशल काउंसिल के चेयरमैन संजय सिन्हा का।शुक्रवार को इस्पात नगरी बर्नपुर के हीरापुर स्थित ढाकेश्वरी जूनियर बेसिक स्कूल में इंटरनेशनल इक्विटेबल ह्यूमन राइट्स सोशल काउंसिल की ओर से आयोजित जागरूकता शिविर के दौरान श्री सिन्हा ने आगे कहा कि ‘ उच्च प्राथमिक स्तर पर शिक्षा अर्जन कर रहे बच्चों में बड़ों और बुजुर्गों के प्रति आदर का भाव भरना होगा, वर्ना बच्चे गलत रास्ते पर चले जाएंगे।उन्हें नैतिक जिम्मेदारी का एहसास कराना होगा।आम तौर पर बच्चे,बड़े और बुजुर्गों का सम्मान करना भूल गए हैं।घर का माहौल ऐसा हो जाता है कि बच्चों में यह भावना खत्म हो जाती है,लेकिन यह बात समाज और देश के लिए बेहद घातक है।बुजुर्गों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है।’ जागरूकता शिविर के दौरान बच्चों को मानव अधिकार और नैतिक जिम्मेदारी के प्रति जागरूक और सजग किया गया।संजय सिन्हा ने एक टीचर की तरह स्लम बस्ती में रहने वाले इन बच्चों को जागरूक किया।उनके साथ थे संस्था के पदाधिकारी सुब्रत रॉय,संजय दास,शांतनु बिस्वास,अमित सिंह आदि।स्कूल की ओर से अतिथियों का स्वागत किया गया।बाद में शिविर में भाग लेने वाले बच्चों को प्रमाण पत्र और उपहार दिया गया।इस मौके पर उपस्थित थे स्कूल के शिक्षक नारायण चटर्जी,सुरोजित नायक,विश्वजीत गोराई और उत्पल मंडल।शिविर के दौरान एक क्विज कॉम्पिटिशन भी किया गया।