आसनसोल। आसनसोल रेलपार स्थित गरुई नदी में वर्षा के दिनों में जलस्तर बढ़ने के कारण इलाके में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है जिसको देखते हुए आसनसोल के नए मेयर विधान उपाध्याय अपने कार्यभार संभालने के बाद कहा था कि हमारा पहला काम होगा आसनसोल रेलपार स्थित गरुई नदी की साफ सफाई और पानी निकासी की इस समस्या के स्थायी समाधान और व्यवस्था करना हमारा प्रथम प्राथमिकता होगा।इस समस्या का समाधान पहले करने का ऐलान मेयर विधान उपाध्याय ने किया था।इसी के तहत मेयर विधान उपाध्याय ने बड़ा कदम उठाते हुए शुक्रवार को मेयर विधान उपाध्याय नगर निगम के पूरी टीम व अधिकारियों के साथ गरुई नदी का निरीक्षण कर उन्होंने स्थिति का जायजा लिए इस दौरान नदी का हालत देख कर वह दंग रह गए।इस दौरान उनके साथ भावी उपमेयर अभिजीत घटक एवं वसीम उल हक,पार्षद अनिमेष दास,डा देवाशीष सरकरा,नगरनिगम के निर्माण व सुधार विभाग एवं सफाई विभाग के अधिकारी तथा कर्मी और भूमि विभाग के अधिकारी समेत नगर निगम के अन्य अधिकारी मौजूद थे
आपको बता दे कि पिछले साल मानसून के दौरान भारी बारिश के दौरान गरुई नहीं में जलस्तर बढ़ने और गन्दगी के कारण आसनसोल रेलपार के इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई थी शहर की जल निकासी व्यवस्था ध्वस्त हो गई थी।जिसके कारण शहर में कई घरों में पानी भर गया था।और कई सामान क्षतिग्रस्त हो गए थे निगम चुनाव में सभी राजनीतिक दलों ने अपने घोषणापत्र में गरुई नदी सुधार का मुद्दा उठाया था.
वही इस बार तृणमूल कांग्रेस बोर्ड के गठन के बाद मेयर विधान उपाध्याय ने नदी के सुधार के लिए कदम उठाए हैं
तक रेलपार इलाके में ही नदी पर कब्जा को लेकर लोग चिंतित थे। लेकिन रिहायशी सृष्टिनगर में नदी के कब्जे को देखकर सभी आश्चर्यचकित हो गये।
नदी संकरी होती जा रही है इस बात को स्वीकार करते हुए बिधान बाबू ने कहा,”हमने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि नदी का दयारा व जमीन कितनी है इसे मापने का निर्देश दिया गया है इसके बाद जो नदी जमीन पर जो भी कब्जा है उसके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।शहर को जलमग्न होने से बचाने के लिए नदी के सुधार के खातिर जो भी होगा किया जायेगा।
इस सन्दर्भ में उप मेयर अभिजीत घटक ने कहा अगर कोई नदी पर अतिक्रमण है तो उसकी जांच कर कड़ी कराई की जाएगी।