पश्चिम बंगाल में टीएमसी ने लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है। इसमें बशीरहाट सीट से नुसरत जहां का टिकट काटकर हाजी नुरुल इस्लाम को उम्मीदवार बनाया गया है। गौरतलब है बशीरहाट संसदीय क्षेत्र में संदेशखाली का वह इलाका भी आता है, जो हाल-फिलहाल में काफी ज्यादा चर्चा में भी रहा है।
गौरतलब है कि नुसरत जहां बीते चुनाव में यहां से सांसद रही थीं। हालांकि कुछ दिनों पहले ही उन्होंने सांसदी से इस्तीफा देने की पेशकश की थी और राजनीति से दूरी बनाने का भी इरादा जताया था। लेकिन ममता बनर्जी ने इसे मंजूरी नहीं दी।
क्या इसलिए कटा टिकट
इन सारी बातों के बीच यह सवाल उठ रहा है कि आखिर नुसरत जहां का टिकट क्यों काटा गया? माना जा रहा है कि नुसरत जहां को दोबारा बशीरहाट से उम्मीदवार बनाने से टीएमसी के लिए समस्या और बढ़ जाती। संदेशखाली का मुद्दा उठने के बाद भी नुसरत जहां यहां नहीं गई थीं। ऐसे में उन्हें फिर से टिकट देने पर भाजपा इसे मुद्दा बनाती और टीएमसी को इसका जवाब देना मुश्किल हो जाता।
नुरुल इस्लाम कौन?
इन सबके बीच अब सवाल उठता है कि आखिर हाजी नुरुल इस्लाम कौन है, जिन्हें नुसरत जहां की सीट से टिकट दिया गया है। हाजी नुरुल इस्लाम टीएमसी के टिकट पर विधायक हैं। साल 1964 में उनका जन्म पश्चिम बंगाल के बहेरा में हुआ था। वह एक जरी व्यवसायी थे। हालांकि ऐसा नहीं है कि नुरुल इस्लाम की छवि बहुत साफ-सुथरी है। उनके ऊपर साल 2010 में देगंगा दंगों में शामिल होने का आरोप लग चुका है। भाजपा ने इसको लेकर नुरुल इस्लाम की गिरफ्तारी की मांग भी उठाई थी।
संदेशखाली से क्या कनेक्शन
बता दें कि हाल के दिनों में संदेशखाली का नाम काफी ज्यादा चर्चा में रहा है। यहां पर टीएमसी नेता शाहजहां शेख के ऊपर महिलाओं के यौन शोषण और उनकी जमीनें छीनने का आरोप है। इसके चलते यहां पर कई दिनों तक विरोध प्रदर्शन भी हुआ। करीब 55 दिनों तक फरार रहने के बाद आखिर शाहजहां शेख को गिरफ्तार किया जा चुका है। उसका मामला सीबीआई के हाथ में सौंप दिया गया है। संदेशखाली के इन सारे हालात के बीच यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या टीएमसी बशीरहाट में फिर से जीत हासिल कर पाएगी?
12 महिलाएं हैं शामिल
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने रविवार को प्रदेश की सभी 42 लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों की सूची की घोषणा की। पार्टी ने 16 मौजूदा सांसदों पर फिर से भरोसा जताया है। इस सूची में 12 महिलाओं का नाम शामिल है जिन्हें टिकट दिया गया है। सूची की घोषणा कोलकाता में आयोजित तृणमूल कांग्रेस की रैली में की गई, जहां पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि पार्टी राज्य की सभी 42 सीटों पर अकेले लोकसभा चुनाव लड़ेगी।
