कोलकाता, 8 फरवरी । पश्चिम बंगाल सरकार ने गुरुवार को विधानसभा में रखे गए 2024-25 के बजट में महिलाओं के कल्याण और बच्चों के समग्र विकास के उद्देश्य से बजट में कई बड़ी घोषणाएं की है। वित्त राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) चंद्रिमा भट्टाचार्य ने कहा कि पश्चिम बंगाल का सांस्कृतिक लोकाचार महिलाओं के प्रति गहरी श्रद्धा और बच्चों के प्रति स्नेह को दर्शाता है। राज्य सरकार ने महिलाओं और बच्चों के सशक्तिकरण और विकास के लिए एक सुरक्षित और समावेशी वातावरण बनाने के लिए उनके सामने आने वाली लगातार चुनौतियों का समाधान करने के लिए विभिन्न पहल की हैं। मंत्री ने कहा कि बजट में महिलाओं के लिए खास प्रावधान है। 2024-25 के लिए महिलाओं के लिए विभिन्न योजनाओं के तहत 21 हजार 380 करोड़ रुपये का आवंटन हुआ है और 30 प्रतिशत से 99 प्रतिशत महिलाओं के विकास और सशक्तिकरण के लिए समर्पित योजनाओं के लिए 74 हजार 891 करोड़ रुपये है, कुल 96 हजार 271 करोड़ रुपये केवल महिलाओं को समर्पित योजनाओं के लिए आवंटित किए गए हैं।
मंत्री ने कहा कि बजट विशेष रूप से महिलाओं और बच्चों से संबंधित व्यय के लिए विभिन्न विभागों की अनुदान मांगों का विश्लेषण करके तैयार किया गया है। कुछ मौजूदा योजनाएं जो महिलाओं और बच्चों को सशक्त बनाने का प्रयास करती हैं उनमें ‘लक्ष्मी भंडार’, ‘कन्याश्री’ और ‘शिशु साथी’ शामिल हैं। जबकि ‘लक्ष्मी भंडार’ और ‘कन्याश्री’ क्रमशः महिलाओं और स्कूली लड़कियों के लिए वित्तीय सहायता योजनाएं हैं। जिन बच्चों को हृदय शल्य चिकित्सा की आवश्यकता होती है उन्हें ‘शिशु साथी’ योजना के तहत मुफ्त इलाज प्रदान किया जाता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का वित्त विभाग यूनिसेफ, महिला एवं बाल कल्याण विभाग और अन्य के साथ मिलकर काम करता है।