सियासी पिच पर रनआउट हुए इमरान खान, 5 साल तक नहीं लड़ सकेंगे चुनाव- तोशाखाना मामले में हुई है सजा

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पांच  साल तक चुनाव नहीं लड़ सकेंगे. तोशाखाना भ्रष्टाचार मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने इमरान खान को पांच साल के लिए अयोग्य घोषित कर दिया.

जेल में बंद इमरान खान ने निचली अदालत के फैसले को चुनौती दी थी. मालूम हो किइमरान खान (70) को तोशाखाना भ्रष्टाचार मामले में इस्लामाबाद की अदालत से दोषी ठहराए जाने के तुरंत बाद बीते शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया था. अदालत ने इमरान खान को तीन साल की जेल की सजा सुनाई है.

क्या है तोशाखाना मामला?

तोशाखाना एक भंडार है, जहां किसी प्रधानमंत्री के कार्यकाल के दौरान विदेशी अधिकारियों द्वारा सरकारी अधिकारियों को सौंपे गए उपहार रखे जाते हैं और उनकी बिक्री से आय प्राप्त होती है. तोशाखाना मामले में आरोप है कि इमरान खान ने तोशाखाना से अपने पास रखे गए उपहारों का विवरण ‘जानबूझकर छुपाया.’

‘इमरान को मक्खियों, खटमल से भरी कोठरी में रखा गया’

इमरान खान को उच्च सुरक्षा वाली अटक जेल की जिस कोठरी में रखा गया है वह मक्खियों और खटमल से भरी हुई है साथ ही उसका शौचालय भी खुले में बनाया हुआ है. इमरान खान के अटॉर्नी जनरल नईम हैदर पंजोठा ने कहा कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) अध्यक्ष को पंजाब प्रांत में स्थित जेल में सी-श्रेणी की सुविधाएं दी गयी हैं. उन्होंने बताया कि देश की विश्व कप विजेता क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान को जेल की जिस कोठरी में रखा गया है वहां मक्खियां तथा खटमल भरे पड़े हैं. पंजोठा ने सोमवार को खान से जेल में मुलाकात करने के बाद कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री छोटे-से कमरे में बंद हैं ‘जिसमें खुले में शौचालय बना हुआ है.’ ‘जियो न्यूज’ ने वकील के हवाले से कहा, ‘पीटीआई अध्यक्ष ने कहा है कि वह अपनी पूरी जिंदगी जेल में बिताने के लिए तैयार हैं.’

शहबाज शरीफ नेशनल असेंबली भंग करने की करेंगे सिफारिश

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा है कि वह समय से पहले नेशनल असेंबली भंग करने के लिए बुधवार को राष्ट्रपति आरिफ अल्वी को पत्र लिखेंगे. उनके इस कदम का मकसद साल के अंत में प्रस्तावित आम चुनावों के लिए अतिरिक्त समय पाना है. शरीफ ने इस्लामाबाद में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ‘हमारी (सरकार का) कार्यकाल कल पूरा करने के बाद मैं असेंबली भंग करने के लिए राष्ट्रपति को पत्र लिखूंगा और इसकी सिफारिश करूंगा. इसके बाद एक अंतरिम सरकार सत्ता संभालेगी.’ संसद के निचले सदन का पांच साल का कार्यकाल 12 अगस्त को समाप्त हो रहा है. राष्ट्रपति अल्वी के प्रधानमंत्री की सलाह स्वीकार नहीं करने की स्थिति में असेंबली इसके (सलाह देने के) 48 घंटों के अंदर स्वत: ही भंग हो जाएगी. अल्वी, पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के पूर्व नेता हैं.

 

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