कोलकाता, 22 जुलाई । मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड कराए जाने की घटना को लेकर विपक्ष केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पर चौतरफा हमलावर है। इस बीच पश्चिम बंगाल के हावड़ा और मालदा में महिलाओं को निर्वस्त्र कर पीटने की घटना को लेकर ममता कैबिनेट की मंत्री शशि पांजा ने चौंकाने वाला बयान दिया है। उन्होंने कहा है, “मालदा में जहां की घटना है वह बाजार है। वहां आरोप है कि जिन दोनों महिलाओं को मारा पीटा गया है उन्होंने चोरी की थी। उन्हें पीटने वाली भी महिलाएं हैं। महिला सिविक वॉलिंटियर्स ने उन्हें बचाने की कोशिश की तो दोनों महिलाओं ने कानून हाथ में ले लिया। उसी समय धक्का-मुक्की में कपड़े उतर गए तो उतर गए।”
उनके इस बयान को लेकर भी प्रदेश भाजपा हमलावर हो गई है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा है कि ममता कैबिनेट की मंत्री शशि पांजा का इस तरह का बयान अपने आप में असंवेदनशीलता की पराकाष्ठा है। अगर पूरे देश में महिलाएं सबसे अधिक कहीं असुरक्षित हैं तो वह बंगाल है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा है कि महिलाओं पर अत्याचार और हिंसा की घटनाओं में देश के पांच राज्यों में बंगाल सबसे ऊपर है। मालदा की घटना को लेकर माकपा की पोलित ब्यूरो की सदस्य वृंदा करात ने भी निंदा की है। उन्होंने कहा है कि महिलाओं के खिलाफ अत्याचार और यह बर्बरता असहनीय है। हालांकि उन्होंने राज्य प्रशासन की निंदा करने के बजाय भाजपा को इसके लिए दोषी ठहराया और कहा कि जहां यह घटना हुई है वहां से भारतीय जनता पार्टी के सांसद हैं।
उल्लेखनीय है कि 19 जुलाई को मालदा में दो महिलाओं को बर्बर तरीके से पीटने और निर्वस्त्र करने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। उसे लेकर शनिवार को मीडिया से मुखातिब ममता कैबिनेट की मंत्री शशि पांजा ने कहा कि दोनों महिलाएं चोर थीं। महिला सिविक वॉलिंटियर्स ने उन्हें पीट रही जनता से बचाने की कोशिश की तो दोनों महिलाओं ने कानून अपने हाथ में ले लिया। यह भी तो ठीक नहीं है। इस मामले में शिकायत दर्ज हुई है पुलिस जांच कर रही है।
दोनों महिलाओं के परिजनों ने बताया है कि वह नींबू बेचने का काम करती हैं। गांवों में नींबू बेचने जाती थीं जहां उन्हें मारा-पीटा गया है। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार भी किया है।
