
चिरकुंडा।चिरकुंडा-पंचेत रोड के तीन नं चढ़ाई स्थित श्रीश्री राम भरोसा धाम सार्वजिक मंदिर के स्थापना की प्रथम वर्षगांठ पर सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा में गुरूवार को भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव को मनाया गया।
इस अवसर पर वृन्दावन से आए कथावाचक माधव महाराज ने कहा– की पांच कर्मेंद्रियां पांच ज्ञानेंद्रियां और एक मन इन सभी को प्रभु में लगाए रखना ही एकादशी है,व्रत करने का विचार दृढ़ होगा तो भगवान शक्ति देंगे।एकादशी करने का संकल्प करोगे तो प्रभु सहायता करेंगें।एकादशी व्रत सभी व्रतों में श्रेष्ठ है एकादशी के दिन घर में अन्न पकाना तो क्या,उसका दर्शन तक नहीं करना चाहिए । इस दिन अन्न में सभी पापों का वास होता है ये पाप अन्न खाने वाले के सिर पर जा पहुंचते हैं।एकादशी के दिन पान सुपारी भी नहीं खानी चाहिए।एकादशी व्रत विधि पूर्वक करना चाहिए। यदि विधिपूर्वक ना किया जा सके तो मर्यादा अनुसार अन्नाहार का त्याग करके फलाहार करना चाहिए।यह व्रत आरोग्य की दृष्टि से भी आवश्यक है।लोग आजकल के डॉक्टरों का विश्वास करते हैं किंतु ब्यास जैसे महान ऋषि मुनियों के शब्दों का नहीं।अगर डॉक्टर कोई बीमारी कह कर उपवास कराए तो लोग कर लेते हैं किंतु एकादशी को एकमात्र दिवस उपवास नहीं करते।

इस अवसर पर श्री राम भरोसा धाम मंदिर के प्रधान पुजारी राम रतन पांडेय एवं आचार्य अविनाश पांडेय के दिशा निर्देशन में श्री कृष्ण जन्मोत्सव का दिव्य झांकी प्रस्तुत किया गया।
