
रानीगंज/सिख समाज के वरिष्ठ पदाधिकारी स्वर्गीय हरदेव सिंह की अंतिम अरदास पर सैकड़ों की संख्या में सिख संगत उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने अंडाल मोड़ गुरुद्वारा समागम में पहुंचे। जहां पश्चिम बर्दवान एवं अन्य जिला से विभिन्न सिख संगत एवं गुरुद्वारों के प्रतिनिधि पदाधिकारी पहुंचकर अंतिम अरदास में शामिल हुए। ज्ञानी माधव सिंह के द्वारा गुरु ग्रंथ साहिब जी के वाणी कीर्तन के माध्यम से संगतो को सुनाई गई। आसनसोल सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी एवं सिख वेलफेयर सोसाइटी आसनसोल की तरफ से स्वर्गीय हरदेव सिंह के परिवार वालों को एक स्मृति चिन्ह भेंट की गई। प्रबंधक कमेटी के प्रमुख सुरजीत सिंह मक्कड़, जगदीश सिंह संधू, तरसेम सिंह, हरजीत सिंह बग्गा, रंजीत सिंह दोल मुख्य रूप से उपस्थित थे इस अवसर पर तख्त श्री पटना साहिब मैनेजिंग कमेटी के पदाधिकारी सरदार हरपाल सिंह जोहल, बेनाचटी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष सरदार तेजिंदर सिंह बल, पत्रकार एवं समाजसेवी सरदार दलजीत सिंह बाधवा, बहुला गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सचिव हरजीत सिंह, एवं प्रमुख पदाधिकारी सवरन सिंह , मिहिजाम चितरंजन के अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह, रानीगंज गुरुद्वारा के अध्यक्ष बलजीत सिंह बग्गा, गुरु गोबिंद सिंह स्टडी सर्किल के गुरविंदर सिंह, परवलिया गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष सरदार मलकीत सिंह, सहित सैकड़ों सिख संगत उपस्थित थे। सभी ने बताया कि स्वर्गीय हरदेव सिंह काफी मृदुल स्वभाव स्वभाव एवं मिलनसार थे। समाज के विकास में उनका काफी योगदान रहा है अवकाश प्राप्त बैंक प्रबंधक भी उनका परिचय था। इस मौके पर सरदार अजीत सिंह ने भाव विभोर होकर कहा कि स्वर्गीय हरदेव सिंह जी की मृत्यु हमारे समाज के लिए काफी क्षति हुई है उनकी याद सदा हमारे दिलों में रहेगी। सरदार अजीत सिंह की आंखों में लगातार आंसू बहते रहे एवं उन्होंने स्वर्गीय हरदेव सिंह जी के द्वारा समाज के लिए की गई उपलब्धियों को सिख संगत के सामने प्रस्तुत किया इस मौके पर गुरु के लंगर का आयोजन किया गया था।
