कोलकाता, 28 फरवरी । कोलकाता पुलिस पर हमले और हिंसा भड़काने की कोशिश के मामले में गिरफ्तार इंडियन सेकुलर फ्रंट (आईएसएफ) के भांगड़ से विधायक नौशाद सिद्दीकी को 13 मार्च तक जेल में ही रहना होगा। मंगलवार को उन्हें एक बार फिर बैंकशाल कोर्ट में पेश किया गया था। यहां उनके खिलाफ पुलिस ने हमले की घटना में भड़काने के आरोप लगाए हैं। पेशी के समय कोर्ट पहुंचे नौशाद सिद्दीकी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में प्रशासन के जरिए विपक्ष की आवाज दबाने की कोशिश हो रही है। भांगड़ में मुझ पर और मेरे समर्थकों पर हमले हुए और हमारे ही कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया। उन्हीं के खिलाफ केस दर्ज किए गए। मुझे कानून पर भरोसा है।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री निशित प्रमाणिक पर कूचबिहार के दिनहटा में हमले का भी जिक्र नौशाद सिद्दीकी ने किया और इसकी निंदा करते हुए कहा कि विपक्ष को बंगाल में हिंसा के जरिए दबाने की कोशिश हो रही है। निशित प्रमाणिक पर हमले हुए और उन्हीं के समर्थकों के खिलाफ केस कर उन्हीं की गिरफ्तारी हो रही है। यही बंगाल में हो रहा है। प्रशासन सत्तारूढ़ पार्टी के गुलाम की तरह काम कर रहा है।
उल्लेखनीय है कि गत 21 जनवरी को आईएसएफ के स्थापना दिवस वाले दिन कोलकाता के धर्मतल्ला में सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ताओं को साथ लेकर नौशाद ने रैली की थी। उन्होंने दक्षिण 24 परगना के भांगड़ में पार्टी कार्यकर्ता और उनके घरों दफ्तरों पर हमले का विरोध किया था जिसके बाद पुलिस से टकराव शुरू हो गए थे। इसी सिलसिले में 19 समर्थकों के साथ नौशाद को गिरफ्तार किया गया है जिसके बाद से वह जेल में हैं।