विंध्यधाम : आर्थिक विकास के इतिहास में स्वर्णिम अध्याय जोड़ेगा शक्तिपीठ सर्किट

– पर्यटन विकास से राजस्व में वृद्धि होने के साथ अप्रत्यक्ष रोजगार का होगा सृजन

पर्यटन व धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से परिपूर्ण विंध्य क्षेत्र में खुलेंगे तरक्की के द्वार

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दूरगामी सोच से विंध्य क्षेत्र का चतुर्दिक विकास

मीरजापुर 22 फरवरी । विश्व फलक पर शुमार पर्यटन व धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से परिपूर्ण विंध्य क्षेत्र धार्मिक संकल्पना साकार करने के साथ पर्यटन हब बनेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दूरगामी सोच से विंध्य क्षेत्र का चतुर्दिक विकास होने के साथ मां विंध्यवासिनी मंदिर, अष्टभुजा व कालीखोह को मिलाकर शक्तिपीठ सर्किट बनाया जाएगा। विंध्य क्षेत्र यानी मीरजापुर, भदोही व सोनभद्र। पर्यटन की दृष्टि से समृद्ध विंध्य क्षेत्र आर्थिक विकास के इतिहास में स्वर्णिम अध्याय जोड़ेगा। पर्यटन विकास से राजस्व में वृद्धि होने के साथ अप्रत्यक्ष रोजगार का भी सृजन होगा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट विंध्य कारिडोर निर्माणाधीन है। विंध्य कारिडोर कारिडोर अद्भुत, अविस्मरणीय व अविश्वसनीय होगा ही, विश्व स्तरीय सुविधाएं मिलने से पर्यटन केंद्र बनेगा। काशी विश्वनाथ की तर्ज पर 331 करोड़ की लागत से निर्माणाधीन विंध्य कारिडोर के अंतर्गत विंध्यवासिनी मंदिर के चारों तरफ परिक्रमा पथ, कोतवाली गली, पुरानी वीआईपी, न्यू वीआईपी व पक्का घाट मार्ग का सुंदरीकरण किया जाएगा। साथ ही विंध्य पर्वत पर विराजमान मां अष्टभुजा व कालीखोह मंदिर का भी सुंदरीकरण होगा। वहीं विंध्य पर्वत पर 17 करोड़ से बना पूर्वांचल का पहला रोप-वे पर्यटकों को धार्मिक यात्रा का अहसास कराएगा। शक्तिपीठ सर्किट बनने से निश्चित रूप से पर्यटन गतिविधि बढ़ेगी।

वैश्विक पर्यटकों से जुड़ने की उम्मीद

मुख्यमंत्री पर्यटन संवर्धन योजना के अंतर्गत पर्यटन स्थलों का विकास किया जाएगा। इसके लिए योगी सरकार 300 करोड़ रुपये खर्च करेगी। पर्यटन विकास के लिए वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बजट 2023 में 300 करोड़ रुपये पेश किया। योगी सरकार न केवल निवेश आकर्षित करने की उम्मीद कर रही है, बल्कि वैश्विक पर्यटकों से भी जुड़ने की उम्मीद कर रही है।

विश्व फलक पर दिखेगी नए विंध्यधाम की झलक

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट विंध्य कारिडोर बनने से न सिर्फ संकरी गलियों का विस्तार हुआ, बल्कि सुविधाएं मिलने से श्रद्धालुओं की भी इजाफा हुई। वैसे तो आदिशक्ति जगत जननी मां विंध्यवासिनी का धाम विश्व फलक पर शुमार है। दुनिया भर से श्रद्धालु मां विंध्यवासिनी का दर्शन-पूजन करने आते हैं। नवरात्रि पर तो जरूर आते हैं। विंध्य कारिडोर निर्माण शुरू होने के साथ ही श्रद्धालुओं में विंध्यधाम की झलक देखने की ललक बढ़ गई थी। हालांकि दिसंबर 2023 तक विंध्य कारिडोर का निर्माण कार्य पूर्ण हो जाएगा।

भक्तों की सुविधा और धार्मिक स्थलों के विकास के लिए सीएम योगी की ललक

गृह मंत्री अमित शाह ने एक अगस्त 2021 को विंध्य कारिडोर का शिलान्यास किया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने ड्रीम प्रोजेक्ट विंध्य कारिडोर निर्माण को लेकर काफी सजग हैं। विंध्य कारिडोर की निर्माण प्रगति पर मुख्यमंत्री योगी की कड़ी नजर है। निर्माण प्र्रगति को लेकर मुख्यमंत्री करीब पांच बार विंध्यधाम आ चुके हैं और हर बार गुणवत्ता की याद दिलाई है। कारिडोर को दिव्य स्वरूप देने का हर बार संदेश दिया। लिहाजा मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए सरकारी अमला भी निरंतर निर्माण कार्यों की निगरानी को लेकर सक्रिय है। नौ जनवरी 2023 को लखनऊ पहुंची मीरजापुर की जिलाधिकारी दिव्या मित्तल से योगी आदित्यनाथ ने विंध्य कारिडोर के बारे में विस्तृत जानकारी ली थी। भक्तों की सुविधा और धार्मिक स्थलों के विकास के लिए उनकी ललक दिखाई पड़ती है।

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