वॉशिंगटन. अल्फाबेट इंक की कंपनी गूगल ने अपने कर्मचारियों से कहा कि अगर वह कोविड नियमों का पालन नहीं करेंगे तो उन्हें सैलरी नहीं मिलेगी. कुछ मामलों में उनकी नौकरी भी जा सकती है. CNBC ने मंगलवार को आंतरिक दस्तावेजों का हवाला देते हुए यह दावा किया. रिपोर्ट के अनुसार, Google द्वारा दिए गए एक मेमो में कहा गया है कि कर्मचारियों के पास टीकाकरण की स्थिति घोषित करने और सबूत दिखाने वाले दस्तावेज अपलोड करने या चिकित्सा या धार्मिक छूट के लिए आवेदन करने के लिए 3 दिसंबर तक का समय था.
CNBC ने बताया कि उस तारीख के बाद Google उन कर्मचारियों से संपर्क करना शुरू कर देगा, जिन्होंने अपना स्टेटस अपलोड नहीं किया या जिनका टीकाकरण नहीं हुआ था. CNBC के अनुसार Google ने कहा- जिन कर्मचारियों ने 18 जनवरी तक टीकाकरण नियमों का पालन नहीं किया है. उन्हें 30 दिनों के लिए ‘पेड एडमिनिस्ट्रेटिव लीव’ पर रखा जाएगा. इसके बाद छह महीने तक ‘अनपेड पर्सनल लीव’ और फिर सेवा समाप्त कर दी जाएगी. वहीं रॉयटर्स के मुताबिक Google ने CNBC रिपोर्ट पर सीधे तौर पर कोई टिप्पणी नहीं की, लेकिन यह कहा, ‘हम अपने उन कर्मचारियों की मदद करने के लिए हर संभव प्रयास करने के लिए प्रतिबद्ध हैं जो टीका लगवा सकते हैं.’
उधर गूगल ने वर्क फ्रॉम होम खत्म करने की सुविधा को टाल दिया है. Google ने अगस्त में कहा था कि वह नए साल में 10 जनवरी से हफ्ते में कम से कम तीन दिन ऑफिस से काम करेगा. जिसके बाद वर्क फ्रॉम होम पॉलिसी खत्म हो जाएगी. लेकिन ओमिक्रॉन Google के अधिकारियों ने कर्मचारियों से कहा कि मौजूदा हालात को देखते हुए रिटर्न टू ऑफिस प्लान पर अभी अमल नहीं किया जाएगा. आगे की परिस्थितियों को देखने के बाद ही रिटर्न टू ऑफिस प्लान पर कोई फैसला लिया जाएगा.
Coronavirus वैक्सीन ना लगवाने वाले स्टाफ को नौकरी से निकाल देगा Google? रिपोर्ट में दावा
बता दें कि कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लेने के बाद हाल के हफ्तों में लगभग 40% अमेरिकी कर्मचारी ऑफिस लौटे हैं. लेकिन अब ओमिक्रॉन के कारण फिर से वर्क फ्रॉम होम जैसे हालात हो गए हैं. कोरोना महामारी के दौरान Google अपने कर्मचारियों को घर से काम करने के लिए कहने वाली पहली कंपनियों में से एक थी. गूगल के लगभग 60 देशों में 85 ऑफिस हैं.