रानीगंज(संवाददाता): श्री महावीर ब्याम समिति रानीगंज की ओर से भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन बुधवार की रात श्री महावीर व्यायाम समिति के मैदान में आयोजित किया गया । वर्षो बाद कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ लेकिन पुरानी परंपरा के अनुसार यहां के श्रोताओं ने जमकर इस कवि सम्मेलन का आनंद लिया। भोर 4: बजे तक लोग इस काव्य संध्या में डूबे रहे। वैसे भी रानीगंज की धरती पर कवि सम्मेलन का परंपरा रही है ।देश के प्रमुख कवियों का यहां आगमन हुआ है। इस कवि सम्मेलन में सर्वप्रथम कवित्री मुमताज नसीम ने सरस्वती वंदना से कवि सम्मेलन प्रणाम बुआ वही उनकी प्रस्तुति याद करके तुम्हें ना उदासी रही जिस पर नजर तुम्हारी धरती आसमान मिली। कभी चिराग जैन की कविता बचपन में मेरी पिता ने कभी दूरियों से खेलने नहीं दिया क्योंकि गुड़िया खेलने की चीज नहीं होती को जहां लोगों ने खूब पसंद किया। वहीं शमा बांधते हुए कवित्री भुवन मोहिनी मैं शृंगार रस की गीत प्रस्तुत की आंख से आंख कह दिए हम तुम्हारे हुए तुम हमारे हुए हमने तुम्हारे लिए दुआ मांगा वही कविता मैं भी वह का तुम भी वह का रात भर ठिठोली करती रहे। वीर रस के कवि शशिकांत यादव ने एक से बढ़कर एक व्यंग की प्रस्तुति करते हुए संचालन किए। उनकी प्रस्तुति राम नाम जिनकी आत्मा के प्राण बने एवं देश के भारत माता मंदिर मिलकर बचा रहे, को लोगों ने खूब पसंद किया । कवि प्रवीण शुक्ला ,कवि अनिल चौबे भी इस कवि सम्मेलन में अंतिम समय तक लोगों को मन मुक्त करते रहे।
इस अवसर पर कार्यक्रम में रानीगंज के विधायक तापस बनर्जी ,चेयरमैन अमरनाथ चटर्जी, समाजसेवी आरपी खेतान, रमेश लॉयल्का, ललित झुनझुनवाला ,शंभू अग्रवाल ,सुंदर चांदीवाला, ट्रैफिक ओसी चित्तौस मंडल मुख्य रूप से उपस्थित थे। कार्यक्रम को सफल बनाने में अध्यक्ष शरत कनोडिया, रवि शर्मा एवं संयोजक संजय झुनझुनवाला का अहम भूमिका रहा।