कोलकाता । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन जी भागवत ने बुधवार को कोलकाता में संबोधन करते हुए कहा है कि हमें ऐसा परम वैभवशाली भारत के निर्माण के संकल्प के साथ काम करना है जहां हर हिंदू पूरी दुनिया के लिए रोल मॉडल हो। हाल ही में शरीर छोड़ने वाले वयोवृद्ध प्रचारक केशव राव जी दीक्षित और श्यामल बंधोपाध्याय की याद में साइंस सिटी में आयोजित स्मरण सभा में मुख्य अतिथि के तौर पर संबोधन करते हुए मोहन जी भागवत ने कहा कि केशव राव जी और श्यामल जी ने हमें सिखाया है कि सतत कर्म व्रत रहकर कैसे राष्ट्र और समाज के लिए काम किया जाता है। उन्होंने कहा कि उनके जाने के बाद उनकी स्मृति और कृति दोनों शेष हैं। उनकी स्मृतियों को ध्यान में रखते हुए उनकी कृति को आगे बढ़ाना ही हमारा अगला लक्ष्य होना चाहिए।
भागवत ने कहा कि केशव जी और श्यामल जी पूरी तरह से आत्म स्वार्थ से परे राष्ट्र कल्याण को समर्पित थे। उनका हर कदम और हर एक व्यवहार दूसरों के हित में रहता था। उन्हें हमेशा के लिए अमर रखने का सबसे कारगर जरिया यही है कि उनके किए हुए कार्यों को हम आगे बढ़ाएं।
यहां स्मरण सभा में उपस्थित हुए स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि स्वयंसेवकों को इस बात का प्रण लेना होगा कि केशव जी और श्यामल जी जैसे अनगिनत पूर्व पुरुषों के सपनों के परम वैभवशाली भारत के निर्माण के लिए सतत कर्मरत रहेंगे।