कोलकाता । पश्चिम बंगाल के बहुचर्चित कोयला तस्करी मामले में अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी सक्रिय होने लगा है। तस्करी के सरगना अनूप मांझी उर्फ लाला की एक लाल डायरी मिली है जिसने कई राज खोले हैं। सूत्रों ने बताया है कि इसमें उन नेताओं, सरकार में शामिल राजनीतिज्ञों और पुलिस अधिकारियों के नाम हैं जिन्हें कोयला तस्करी से बड़ी राशि हासिल हुई है। ईडी सूत्रों ने बताया है कि कई सारे सबूत जुटाए गए हैं जिनमें इस बात के साक्ष्य मिल रहे हैं कि सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के बड़े नेता इसमें शामिल रहे हैं। खास बात यह है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी और उनकी पत्नी रुजीरा से ईडी के अधिकारी इस बारे में पूछताछ कर चुके हैं। अब खबर है कि मवेशी तस्करी मामले में गिरफ्तार अनुव्रत मंडल से भी इस बारे में पूछताछ की तैयारी की जा रही है। पता चला है कि कोयला तस्करी के लिए पुलिस अधीक्षक से लेकर अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के बीच पांच से आठ लाख तक रुपये पहुंचाया जाते थे। थाना स्तर पर 50 हजार से लेकर एक लाख रुपये तक की राशि दी जाती थी जबकि नगर पालिका अध्यक्ष और उपाध्यक्ष को भी कोयला तस्करी से होने वाले मुनाफे का एक हिस्सा दिया जाता था। बताया गया है कि नगर पालिका अध्यक्ष को 80 हजार से एक लाख रुपये मिलते थे। ईडी सूत्रों ने बताया है कि पांच नवंबर 2020 को अनूप मांझी के घर से लाल डायरी बरामद हुई थी। तब आयकर विभाग ने छापेमारी की थी और अब आयकर विभाग से वह डायरी ईडी को मिल गई है।