कोलकात । विपक्ष के साझा उपराष्ट्रपति उम्मीदवार पर फैसला लेने से पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से राय नहीं ली गई है। इसे लेकर तृणमूल सुप्रीमो नाराज बताई जा रही हैं। खबर है कि वह एनडीए उम्मीदवार और बंगाल के निवर्तमान राज्यपाल जगदीप धनखड़ का उपराष्ट्रपति उम्मीदवार के तौर पर समर्थन कर सकती है। हालांकि धनखड़ के साथ तृणमूल कांग्रेस का टकराव लगातार होता रहा है बावजूद इसके चुकी बात उपराष्ट्रपति पद की है इसीलिए समर्थन करने से तृणमूल गुरेज नहीं करेगी। पार्टी के एक सूत्र ने बताया है कि सिलीगुड़ी राज भवन में ममता बनर्जी और हेमंत विश्व शर्मा की मौजूदगी में राज्यपाल जगदीप धनखड़ की बैठक के दौरान ही ममता बनर्जी को धनखड़ की उम्मीदवारी के बारे में जानकारी दे दी गई थी। दूसरी ओर विपक्ष ने बिना ममता से सलाह मशविरा के कांग्रेस नेत्री मार्गरेट अल्वा को उपराष्ट्रपति उम्मीदवार घोषित कर दिया है। एनसीपी प्रमुख शरद पवार के घर हुई बैठक में 17 विपक्षी दलों के प्रतिनिधियों को बुलाया गया था लेकिन ममता को जानकारी नहीं दी गई। इससे मुख्यमंत्री नाराज बताई जा रही हैं। तृणमूल कांग्रेस के एक सांसद ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया है कि 21 जुलाई को पार्टी सांसदों के साथ ममता बनर्जी की बैठक होनी है। उसी में उपराष्ट्रपति चुनाव में समर्थन को लेकर फैसला लिया जाएगा।