
रानीगंज। सीटु सहित तमाम वामपंती संगठनों की तरफ से रानीगंज के बीडीओ कार्यालय को नौ सूत्री मांगों के समर्थन में ज्ञापन सोपा गया। इस मौके पर यहां रानीगंज के पूर्व विधायक रुनु दत्ता,सीपीएम नेता हेमंत प्रभाकर,मलय दास,आमरासोता ग्राम पंचायत के प्रधान संजय हेंब्रम,सुप्रियो राय,दिव्येंदु मुखर्जी,नारायण बाउरी आदि उपस्थित थे।प्रदर्शनकारियों की प्रमुख मांगों में ग्राम पंचायत में सौ दिनों का काम तुरंत शुरू किया जाना, एक वर्ष में दो सौ दिनों का काम मिलना, छः सौ रुपए मजदूरी के रूप में भुगतान करना, आवास योजना के तहत वास्तविक गरीब लोगों को आवास उपलब्ध कराया जाना. लाभार्थियों के नामों की सूची प्रकाशित की जाना, गरीब भूमिहीनों को भूमि का मालिकाना हक दिया जाना तथा नामांतरण की व्यवस्था किया जाना, पीढ़ियों तक भूमि का मालिकाना हक दर्ज किया जाना, बटाईदारों को बटाईदारों का रिकार्ड रखना, राशन कार्ड लिंक में समस्या का हवाला देकर राशन नहीं रोका जाना, पेयजल संकट का समाधान करना, वादे के अनुसार हर घर तक पाइपलाइन के माध्यम से पानी पहुंचाने की व्यवस्था करना, एसएसके एवं आईसीडीएस शिक्षा केन्द्रों में शिक्षकों की तत्काल नियुक्ति करना, पंचायत में लूट बंद होना, मछली, खाद, कच्चा माल, बीज असली लाभुकों को मिलना, ग्रामीण स्वास्थ्य केन्द्रों को पूर्णतः क्रियाशील किया जाना है. साथ ही
प्रदर्शनकारियों ने रानीगंज के तिराट एवं बल्लभपुर में दामोदर नदी से अवैध बालू उत्खनन, भारी वाहनों से माल की ढुलाई, जर्जर सड़क, हाड़ाभांगा ब्रिज की मरम्मत की भी मांग की. इन मांगों को लेकर नेताओं ने आवाज बुलंद की एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी को ज्ञापन सौंप कर मांगों को जल्द से जल्द पूरा करने की मांग की. प्रखंड विकास पदाधिकारी सुभदीप गोस्वामी ने इन मांगों को यथासंभव पूरा करने का आश्वासन दिया. उन्होंने हाड़ाभांगा ब्रिज तथा जर्जर सड़क को लेकर ईसीएल पर ठीकरा फोड़ा. उन्होंने कहा कि तिराट इलाके में ईसीएल के खनन प्रोजेक्ट की वजह से ईसीएल के वाहन लगातार चलते हैं, जिससे सड़क की हालत जर्जर हो गई है. ईसीएल से इस मुद्दे पर बात हुई है. ईसीएल ने सड़क एवं ब्रिज को राज्य सरकार से मिलकर बनाने की बात कही है. ईसीएल की ओर से विलंब हो रहा है, बहुत जल्द ईसीएल अधिकारियों से बात कर इसका काम शुरू किया जाएगा.
