सांकतोड़िया : डिसरगढ़ – नियामतपुर रूट की मुख्य सड़क की स्थिति, ट्रैफिक व्यवस्था आदि के कारण आये दिन जाम की समस्या काफी जटिल हो गई है। कहीं सड़क पर उभर गड्ढों और उनमें भर आया पानी सब मिलकर परेशानियां उत्पन्न करता नजर आता है। जिसके कारण जाम के दौरान यात्रियों, वाहन चालकों में झुंझलाहट, आक्रोश और असहिष्णुता स्वाभाविक रूप से देखी जा रही है।
जानकारी के अनुसार एक तो सड़क की स्थिति, डिसरगढ़ में सड़क पर बना गड्ढा, सड़क मरम्मत की गई लेकिन यहां उभरे गड्ढे की हालत वैसी ही रही। भरा नहीं गया। पानी भर गया है, चालक बच कर गुजरने की कोशिश करते देखे जाते हैं।
नो एंट्री खुलने पर इस जाम की समस्या इतनी जटिल हो जाती है कि हरपल दुर्घटना की आशंका जताई जाती है।
सड़क जाम समस्या को लेकर पुलिस और ट्रैफिक एक दूसरे पर दोनों दोष देते नजर आते हैं। जबकि वाहन चालकों तथा लोगों ने सड़क जाम की समस्या पुलिस प्रशासन की नाकामी बताया। वही कुछ नागरिकों की अनभिज्ञता, लापरवाही को भी दोष दिया। जबकि वही कुछ व्यापारियों द्वारा सड़कों पर अवैध कब्जा को जिम्मेवार ठहराया। इधर ट्रैफिक जाम से जूझ रहे कई नागरिकों ने ट्रैफिक और पुलिस पर गुस्सा जाहिर किया है।
जानकारी के अनुसार डिसरगढ़ से नियामतपुर सेआवागमन करनेवाले वाहनों को लगभग 3 घंटा से अधिक समय लग जाता है।
लोगों का कहना है कि पुलिस व ट्रैफिक से पूछताछ करने पर एक दूसरे पर आरोप लगाते हैं। यह तो ट्रैफिक का काम है, वहीं ट्रैफिक से पूछा जाता है तो उनका कहना होता है कि यह काम पुलिस का है। इस प्रकार पुलिस प्रशासन एक दूसरे पर आरोप लगा कर अपने जवाबदेही की इतिश्री कर लेते हैं। लिहाजा पुरुलिया से आसनसोल की ओर आने जाने वाली वाहनों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। परेशानियों से जूझ रहें लोगों का कहना है कि एंट्री के समय अगर कई जगहों पर पुलिस और ट्रैफिक पुलिस की व्यवस्था होती तो सड़क जाम की समस्या नहीं होती।
लोगों का आरोप है कि सांकतोड़िया पुलिस की विशेष लापरवाहियां देखी जाती हैं। अगर यह एहतियात के आवश्यक पहल करती तो लोगों को उतनी दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ता। लोगों में पुलिस प्रशासन पर गुस्सा देखा जा रहा है।
हालांकि कुल्टी थाना प्रभारी–सांकतोड़िया फाड़ी प्रभारी तथा ट्रैफिक पुलिस से पूछे जाने पर एक दूसरे पर आरोप लगाते पाए गए।