कोलकाता, 5 मई । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मुर्शिदाबाद दौरे के दौरान हिंसा को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि मुर्शिदाबाद में हालिया अशांति किसी स्वतःस्फूर्त घटना का परिणाम नहीं, बल्कि एक ‘पूर्वनियोजित साजिश’ थी। उन्होंने दावा किया कि पूरे मामले की उन्होंने व्यक्तिगत तौर पर जांच की है और उनके पास इस साजिश के पुख्ता सबूत हैं, जिन्हें वह जल्द ही मीडिया के सामने पेश करेंगी।
ममता ने बहरमपुर से बोलते हुए कहा, “जो कुछ मुर्शिदाबाद में हुआ, वह सोची-समझी योजना का हिस्सा था। मैं किसी के खिलाफ नहीं हूं, लेकिन दंगा करने वालों को कभी माफ नहीं किया जाएगा। हमारे पास जो प्रमाण हैं, वह साफ बताते हैं कि इस गड़बड़ी के पीछे कौन है।”
मुख्यमंत्री ने इस दौरान बिना नाम लिए उन हिंदू धार्मिक नेताओं को भी निशाने पर लिया जो हाल के घटनाक्रम में सक्रिय दिखे। उन्होंने कहा, “कुछ लोग धार्मिक नेता बने फिरते हैं। ये लोग बाघ-बाघ चिल्लाकर राजनीतिक लाभ उठाते हैं। ये असल में घर के भेदी हैं। हम सबको मित्र मानते हैं, लेकिन दंगा फैलाने वालों को नहीं।”
ममता बनर्जी ने दो मृतकों हरगोबिंद दास और चंदन दास के परिवार से मिलने का पूर्व ऐलान किया था, लेकिन उनकी पत्नियां अचानक लापता हो गई थीं और बाद में कोलकाता के साल्ट लेक इलाके में पाई गईं। मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि “बीजेपी ने उन्हें गायब किया, ताकि मैं उनसे न मिल सकूं। ये छुप-छुपाकर किस बात को ढकने की कोशिश की जा रही है?”
उन्होंने मुर्शिदाबाद के ऐतिहासिक महत्व की भी याद दिलाई और कहा कि यह कभी बंगाल की राजधानी था। ममता ने कहा, “मुर्शिदाबाद में क्या हुआ, इसका पूरा सबूत मेरे पास है। और भी साक्ष्य मिलने बाकी हैं। जल्द ही सब कुछ सार्वजनिक करूंगी।”