कन्या का विवाह कराने से बढ़ कर कोई पुण्य नहीं है – राजेश – रश्मि बाजोरिया ।
कोलकाता । गणपति बप्पा मोरया, मंगलमूर्ति मोरया एवम् भगवान श्री गणेश के जयकारों के साथ श्री सिद्धिविनायक देवस्थानम में विवाह योग्य 25 जोड़ों का सामूहिक विवाह वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ सम्पन्न हुआ । प्रत्येक जोड़े का विवाह सनातन हिन्दू धर्म की परम्परा अनुसार कराया गया । विवाह सम्पन्न होने पर प्रत्येक जोड़े के विवाह का मैरिज रजिस्ट्रेशन कराया गया । गृहस्थ जीवन में प्रवेश पर आवश्यक सामान प्रदान कर सभी ने सुखी दाम्पत्य जीवन का आशीर्वाद दिया । अतिथियों ने भी उपहार प्रदान किये । मन्दिर के ट्रस्टी सुशील गोयनका, प्रदीप नैयर, सुभाष मुरारका ने राजेश – रश्मि बाजोरिया की सामाजिक कर्तव्यनिष्ठा की सराहना की । अपने वैवाहिक जीवन की 25 वीं वर्षगांठ के अवसर पर 25 कन्याओं के विवाह का संकल्प पूर्ण करते हुए आयोजक रश्मि एवम् राजेश बाजोरिया ने मन्दिर के सभी ट्रस्टियों, मित्रों, शुभचिंतकों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा हमें इस पहल का अनुसरण करने की जरूरत है । उन्होंने संकल्प लिया था सुखद दाम्पत्य, सद्गृहस्थ जीवन के 25 वर्ष पूर्ण होने पर उस दिन को बेटियों को समर्पित करेंगे, जिनके माता – पिता महंगाई के कारण आर्थिक रूप से विवाह कराने में असमर्थ हैं । कन्या का विवाह कराने से बढ़ कर कोई पुण्य नहीं है । उन्होंने कहा विवाह की वर्षगांठ एवम् अन्य अवसर पर आडम्बर, दिखावा के रूप में लाखों – करोड़ों रुपए फिजूलखर्च का प्रचलन बढ़ रहा है । 25 कन्याओं का सामूहिक विवाह युवा पीढ़ी के लिये प्रेरणादायक होगा । सामूहिक विवाह जैसे सामाजिक पुण्य कार्य में सरकार एवम् सामाजिक संगठन सराहनीय भूमिका निभा रहे हैं । सामूहिक विवाह का आयोजन एवम् सहयोग कर समाज के संरक्षक बनने से समाज का विकास होगा । अनिल खेमका, मोहन जैन, मनोज केडिया, संतोष सराफ, नवीन अग्रवाल, विकास जयसवाल एवम् मित्रों ने राजेश – रश्मि बाजोरिया को विवाह की 25 वीं वर्षगांठ पर बधाई दी । नंदिनी, कृष्णन एवम् बाजोरिया परिवार तथा अभय उपाध्याय, मनोज नाथानी और सौरव मुरारका एवम् कार्यकर्ता सक्रिय रहे । संकष्टी चतुर्थी के अवसर पर भक्तिमय वातावरण में हजारों श्रद्धालु भक्तों ने भगवान श्री गणेश की पूजा – अर्चना की ।