नितुरिया : स्थाई तथ्य दीर्घस्थायी उन्नयन एवं श्रेष्ठ पृथ्वी की स्थापना में समवाय की भूमिका पर पारबेलिया लीलावती मैरेज हाल में बुधवार को अखिल भारतीय समवाय सप्ताह का उदघाटन किया गया। इस वर्ष समवाय सप्ताह की मुख्य विषय वस्तु विकसित भारत निर्माण में समवाय की भूमिका रही।
मौके पर पुरुलिया जिला समवाय समिति के अध्यक्ष श्यामल चटर्जी, उपाध्यक्ष रामाशंकर सिंह, पुरुलिया जिला निदेशक राधेश्याम साव,
ईसीएस के चेयरमैन बोधनारायन सिंह, सुभाष विश्वकर्मा, समर चटर्जी, आई एन टीटी यू सी के हरेराम सिंह, तृणमूल के नितुरिया ब्लॉक अध्यक्ष अमर चंद्र माजी, महिला अध्यक्ष सरिता तुरी सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरुआत समवाय समिति का पताका फहराकर किया गया।
सभा में वक्ताओं ने विकसित भारत निर्माण में समवाय की भूमिका पर वक्तव्य रखा एवं इसे महत्वपूर्ण बताया। समवाय साधारण, गरीब लोगों के जीवन में क्या भूमिका निभा सकता है इस बारे में विस्तृत रूप में जानकारी दी गई।
मुख्य वक्ता जिला समवाय समिति के अध्यक्ष श्यामल चटर्जी ने समवाय की आवश्यकता, समाज में उसकी जरुरत पर प्रकाश डाला। भारत के विकास में समवाय की भूमिका को समझाया। उन्होंने जल्द ही पारबेलिया में समवाय स्थापना का आश्वासन दिया।
अन्य वक्ताओं में बोधनारायन सिंह, हरेराम सिंह सहित अन्य ने समाज के पिछड़े, दुकानदार, ठेले वाले, कृषक आदि के लिए समवाय की जरुरत को समझाया। कहा कि नौकरी पेशे वाले लोगों के लिए तो समवाय समितियां हैं जो जरूरत पड़ने पर तुरंत आर्थिक सहायता प्रदान करती हैं। पर जो नौकरी पेशा में नहीं हैं उनके लिए यहां समवाय की व्यवस्था नहीं है। लिहाजा उनके जरूरत के समय पर आर्थिक सहयोग, के लिये बेहद जरूरी बताया। सभी ने पारबेलिया क्षेत्र में इसकी स्थापना की जरूरत पर बल �