
रानीगंज। रानीगंज विधानसभा अंतर्गत मंगलपुर औद्योगिक क्षेत्र मे स्थित कई स्पंज आयरन कारखानों से प्रदूषण फैलने की शिकायतें सामने आ रही हैं। इस प्रदूषण से बक्तारनगर,मंगलपुर और आसपास के कई गांवों के हजारों निवासी प्रभावित हो रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार,हाल ही में एक निजी स्पंज आयरन कारखाने ने नया यूनिट स्थापित किया, लेकिन आरोप है कि इस यूनिट में प्रदूषण नियंत्रण के लिए कोई भी उपकरण नहीं लगाया गया। इसका परिणाम यह हुआ कि पूरे इलाके में अत्यधिक प्रदूषण फैलने लगा। कारखानों से निकलने वाले काले धुएं से आसपास का वातावरण दूषित हो रहा है, जिससे यहां आस-पास गांव के निवासियों में त्वचा रोग, दमा, हृदय रोग और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के मामले सामने आ रहे हैं। प्रदूषण के खिलाफ बक्तारनगर गांव बचाओ या ग्रामोन्नयन समिति ने हाल ही में आंदोलन शुरू किया। इस आंदोलन के चलते निजी स्पंज आयरन कारखाने के नए यूनिट को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है।इस स्थिति को देखते हुए बुधवार की शाम को तृणमूल कांग्रेस के पश्चिम बर्धमान जिला अध्यक्ष सह पांडवेश्वर विधायक नरेन्द्रनाथ चक्रवर्ती और आईएनटीटीयूसी के जिला अध्यक्ष अभिजीत घटक गांव पहुंचे। उन्होंने गांव बचाओ समिति के सदस्यों, ग्रामीणों और कारखाना प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। इस दौरान स्थानीय निवासी कारखाने के गेट के बाहर प्रदर्शन करते रहे। बैठक के बाद,तृणमूल जिला अध्यक्ष नरेन्द्रनाथ चक्रवर्ती ने बताया कि राज्य के कानून और श्रम मंत्री मलय घटक इस समस्या को लेकर गांववासियों और कारखाना प्रबंधन से बातचीत करेंगे। गांव बचाओ समिति से मंत्री को लिखित रूप में आवेदन करने के लिए कहा गया है। साथ ही उन्होंने आश्वासन दिया कि कारखानों के प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए कदम उठाए जाएंगे। नरेन्द्रनाथ चक्रवर्ती ने यह भी कहा कि इलाके में केवल कारखाने होंगे और वहां के निवासी कोई लाभ नहीं उठाएंगे, ऐसा नहीं हो सकता। हर घर से कम से कम एक व्यक्ति को रोजगार देने की मांग रखी जाएगी और कारखाने की सीएसआर परियोजनाओं से क्षेत्र में विकास कार्य कराए जाएंगे। वहीं,गांव बचाओ समिति के जयदेव खां ने कहा कि अगर जल्द ही प्रदूषण नियंत्रण के लिए कदम नहीं उठाए गए तो उन्हें गांव छोड़ने पर मजबूर होना पड़ेगा। उन्होंने यह भी बताया कि तृणमूल कांग्रेस के जिला अध्यक्ष और आईएनटीटीयूसी के जिला अध्यक्ष ने बैठक कर आश्वासन दिया है कि राज्य के कानून और श्रम मंत्री मलय घटक पूरे मामले को देखेंगे। हालांकि,इस मामले पर कारखाना प्रबंधन की कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई है।
