चिरकुंडा।चिरकुंडा नगर परिषद के सुंदरनगर स्थित निर्मित प्लांट मल अपशिष्ट प्रबंधन को लेकर यूनिसेफ के द्वारा सरसापहाड़ी स्थित एक होटल में शनिवार को एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। यूनिसेफ के अधिकारियों द्वारा एसजी ग्रुप से जुड़ी हुए महिलाओं को प्रशिक्षण दिया गया।
चिरकुंडा नगर परिषद के सुंदर नगर स्थित झारखंड का सबसे बड़ा 12 एमएलडी का मल व अपशिष्ट प्रबंधन का प्रोजेक्ट तैयार किया गया है यह प्रोजेक्ट जुडको के द्वारा तैयार किया गया है इसी को लेकर के नगर परिषद के माध्यम से यूनिसेफ के टेक्निकल अधिकारियो द्वारा लोगों के बीच में जागरुकता लाने प्लांट से तैयार जैविक खाद जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए यह कार्यशाला का आयोजन किया गया है। इस कार्यशाला के माध्यम से स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं के बीच में उनको इस तरह से जोड़कर आर्थिक लाभ सहित स्वच्छता से जुड़ी हुई जानकारी यूनिसेफ के द्वारा उपलब्ध कराई गई। प्रत्येक तीन साल पर अपने सेप्टिक टैंक को सफाई कराने की भी बात कही गई और इससे तैयार प्रोजेक्ट से खाद को चिरकुंडा व आस-पास के इलाकों में संस्था समूह के माध्यम से पैकेजिंग कराकर बेचने की भी ट्रेनिंग महिलाओं को दिया गया। नगर परिषद के अधिकारियों ने बताया कि तैयार खाद के गुणवत्ता सहित आसपास के घरेलू पौधों के गमलों घरेलू बागवानी में यह प्रोडक्ट जो ठोस मल अपशिष्ट प्रबंधन प्रोजेक्ट तहत तैयार खाद को घर के बागवानी में उपयोग किया जा सकता है। इस पुरे प्रोजेक्ट की लागत खर्च करीब 3 करोड़ रू है।मौके पर यूनिसेफ के अजय सिंह, पुनीत अग्निहोत्री, सूरज कुमार तकनीकी अधिकारी के रूप में मौजूद थे वहीं नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी संदीप कुमार पासवान,सिटी में मैनेजर मुकेश निरंजन,सहायक अभियंता अंकित परासर,कनिय अभियंता उत्तम कुमार,सीएमएम अरुण बड़ाइक आदि पदाधिकारी व कर्मी मौजूद थे।