
आसनसोल , 24 फरवरी 2024 :श्री चेतना नंद सिंह, मंडल रेल प्रबंधक/आसनसोल ने आज (24.02.2024) मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय, आसनसोल के नए सम्मेलन कक्ष, में आयोजित एक प्रेस वार्ता में मीडियाकर्मियों को आसनसोल मंडल में चल रहे विकास कार्यों और स्टेशनों के पुनर्विकास के बारे में जानकारी दी। खासकर, भारतीय रेलवे में चल रहे सीमित ऊंचाई वाले सबवे (एलएचएस) के निर्माण कार्य तथा स्टेशनों का पुनर्विकास जिससे आवाजाही में आसानी के साथ-साथ यात्रियों को अधिक सुविधाएं मिल सके, इसकी जानकारी दी। मंडल रेल प्रबंधक/आसनसोल मंडल ने प्रेस वार्ता में उपस्थित मीडिया प्रतिनिधियों के सभी प्रश्नों का विस्तार से उत्तर दिया।
सामान्य तौर पर भारतीय रेलवे और विशेष रूप से आसनसोल मंडल में चल रहे विकास कार्यों का संक्षिप्त विवरण नीचे दिया गया है:
‘विकसित रेल, विकसित भारत 2047’ के दृष्टिकोण के साथ, माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 6 अगस्त, 2023 को 27 राज्यों में ‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ के तहत 508 स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखी थी। इस दिशा में, माननीय प्रधान मंत्री इस योजना के तहत भारतीय रेलवे के 554 स्टेशनों, आसनसोल मंडल के 7 स्टेशनों सहित पूर्व रेलवे के 28 स्टेशनों की आधारशिला रखने जा रहे हैं।
आसनसोल मंडल ने अपने अधिकार क्षेत्र में बुनियादी ढांचे के विकास पर बड़ा जोर दिया है। आसनसोल मंडल में नई लाइनों से लेकर रोड अंडर ब्रिज (आरयूबी), सीमित ऊंचाई वाले सबवे (एलएचएस) के निर्माण और ‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ के तहत स्टेशनों के पुनर्विकास का कार्य बड़े पैमाने पर चल रहा है।माननीय प्रधान मंत्री 26 फरवरी, 2024 को ‘अमृत स्टेशन योजना’ के तहत आसनसोल मंडल पर 07 से अधिक स्टेशनों, 11 सीमित ऊंचाई वाले सबवे (एलएचएस) का शिलान्यास या राष्ट्र को समर्पित करने जा रहे हैं। वर्तमान में, आसनसोल मंडल में 15 रेलवे स्टेशन हैं जहॉं ‘अमृत स्टेशन योजना’ के तहत पुनर्विकास की प्रक्रिया चल रही है
आसनसोल मंडल के इन 07 अमृत स्टेशनों को एक आर्थिक केंद्र, स्थानीय उपज और माल को बड़े बाजार तक पहुँचाने के लिए केंद्र बनाने की भी परिकल्पना की गई है, जिससे माननीय प्रधान मंत्री की ‘वोकल फॉर लोकल’ अवधारणा को साकार किया जा सके।
