कोलकाता, 12 अक्टूबर। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के एक हिस्से में क्रिकेट वर्ल्ड कप के दौरान बड़े पैमाने पर ऑनलाइन बेटिंग हो रही है। इससे सबसे अधिक गरीब तबके के लोग परेशानी में पड़ रहे हैं। पता चला है कि रुपये हार जाने पर जबरन वसूली होती है। कई लोगों को आत्महत्या जैसे घातक कदम भी उठाने पड़े हैं। लाल बाजार स्थित कोलकाता पुलिस मुख्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया, “क्रिकेट सट्टा बाजी करने वालों पर पैनी नजर रखी जा रही है। कौन-कौन से लोग इस में शामिल हैं, इसकी जांच जारी है। कुछ लोगों की शिनाख्त हुई है, जिनकी गिरफ्तारी के बाद इस रैकेट की जड़े खोदने में मदद मिलेगी।”
सूत्रों ने बताया है कि उत्तर कोलकाता के इलाके में धड़ल्ले से चल रहा है क्रिकेट बेटिंग का जुआ। ऑनलाइन सट्टा बाजी होती है जो गैर जमानती अपराध है। गरीब तबके के नौजवान ज्यादा शिकार हो रहे हैं। रुपये हार जाने पर जबरन वसूली और मारपीट भी की जाती है। सम्मान बचाने के लिए घर वाले अपने कीमती सामान बेच रुपये चुकाने पर मजबूर हैं। कई लोगों को आत्महत्या कर जान गवानी पड़ी है। सटोरियों को इससे जबरदस्त फायदे हो रहे हैं क्योंकि इनकी कमाई दिन दूना रात चौगुना हो रही है।
कई वेब पेज के जरिए होती है बेटिंग
पुलिस जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि कई मोबाइल एप्लीकेशन और वेब पेज के जरिए सट्टेबाजी हो रही है। इनमें सन इन प्ले जैसे वेब पेज पर बेटिंग खासतौर पर सवालों के घेरे में है।
इन लोगों की हुई है पहचान
पुलिस मुख्यालय के सूत्रों ने बताया है कि क्रिकेट सट्टाबाजी के कई सरगनाओ की पहचान कर ली गई है। इनमें खास तौर पर काशीपुर इलाके के राजू सिंह, सद्दाम, सचिन, मनीष, मिक्की, गोविंद पांडे, मनीष अग्रवाल और सहयोगियों को चिन्हित किया गया है। ये लोग ज्यादातर उत्तर कोलकाता के काशीपुर और पार्क सर्कस, उल्टाडांगा में सक्रिय हैं। इनके खिलाफ बड़े अभियान की तैयारी में कोलकाता पुलिस की टीम लगी हुई है!