कोलकाता, 28 फरवरी । राज्य के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री उज्ज्वल विश्वास ने मंगलवार को कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार उद्यमियों को नवाचार का इस्तेमाल करते हुए स्टार्ट-अप स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है।
30वीं पश्चिम बंगाल विज्ञान और प्रौद्योगिकी कांग्रेस को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य अतीत में विज्ञान के क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का उपयोग करने में सक्षम नहीं रहा है। इसलिए सरकार अब इस पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
उन्होंने कहा, “नए वैज्ञानिक आविष्कारों का लाभ आम लोगों तक पहुंचने देने के लिए, हम युवा उद्यमियों को इन प्रौद्योगिकियों तक पहुंच बनाने में मदद कर रहे हैं, जिन्हें पेटेंट मिल गया है। वे स्टार्ट-अप के निर्माण और एमएसएमई स्थापित करने के लिए नवाचार का उपयोग कर सकते हैं।”
विश्वास ने कहा कि विश्वविद्यालयों, कॉरपोरेट्स और पेटेंट धारकों के बीच पहले ही चर्चा हो चुकी है।
उन्होंने कहा, “बातचीत सफल रही है। विज्ञान हमारे जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा है, फिर इसे हमारी दैनिक जरूरतों को पूरा करने के लिए उपयोग में क्यों नहीं लाया जा सकता?”
पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित प्रख्यात वैज्ञानिक शंकर पॉल ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और डेटा साइंस पर कार्यक्रम में महत्वपूर्ण पक्ष रखा।
उन्होंने कहा कि एआई का इस्तेमाल लोगों की छटनी के लिए नहीं बल्कि नए रोजगार सृजित करने के लिए किया जाना चाहिए।
यहां साइंस सिटी में आयोजित दो दिवसीय कार्यक्रम में प्रदेश भर के विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राएं शामिल हुए हैं।
बिड़ला इंडस्ट्रियल एंड टेक्नोलॉजिकल म्यूजियम (बीआईटीएम) ने पहले दिन एक ओपन-एयर साइंस शो का आयोजन किया, जिसमें लगभग 800 स्कूली छात्रों ने भाग लिया।