कोलकाता । पश्चिम बंगाल में 2021 के विधानसभा चुनाव में पार्टी की करारी शिकस्त के बाद बंगाल भाजपा 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट गई है। 2019 में राज्य की 42 में से 18 लोकसभा सीटों पर पार्टी की जीत का सिलसिला बरकरार रखने के लिए ग्रामीण बंगाल में भाजपा की पैठ सबसे कारगर उपाय है। इसे लेकर दो दिनों तक हुई पार्टी की सांगठनिक बैठक में ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों को प्रशिक्षण देने पर चर्चा हुई है। ऑर्गेनिक खेती से लेकर कम कीमत में अधिक उत्पादन से संबंधित कार्यशाला बंगाल के प्रत्येक जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में पार्टी की ओर से आयोजित करने की रणनीति बनाई है। इससे एक तरफ बड़े पैमाने पर जनसंपर्क होगा और दूसरी तरफ ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों में भारतीय जनता पार्टी के प्रति सकारात्मक रुख बनेगा। हालांकि पार्टी के एक धड़े का मानना है कि इससे समय बर्बाद होगा और इसका बहुत अधिक राजनीतिक लाभ होने वाला नहीं है। चर्चा में इस बात पर भी बल दिया गया है कि किसानों के प्रशिक्षण के बजाय केंद्र सरकार की ओर से मिलने वाली किसान सम्मान निधि का मिलना सुनिश्चित करने पर अधिक जोर दिया जाना चाहिए। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों को ममता सरकार की योजनाओं से वंचित रखने के मुद्दे को लेकर काम करना अधिक कारगर होगा।
बहरहाल बंगाल भाजपा के लिए नियुक्त किए गए केंद्रीय प्रभारी सुनील बंसल और सह प्रभारी मंगल पांडे की उपस्थिति में हुई इस बैठक में दोनों ही मुद्दों पर और अधिक मंथन कर रणनीति बनाने पर चर्चा हुई है। दुर्गा पूजा के बाद पार्टी की एक और बड़ी बैठक होगी जिसमें लोकसभा चुनाव से पहले ग्रामीण क्षेत्रों में पार्टी की रणनीति को लेकर क्रियात्मक कदम उठाया जाना है।