कोलकाता। जादवपुर विश्वविद्यालय में एक शोधार्थी छात्रा के कथित यौन उत्पीड़न के आरोपित प्रोफेसर को विश्वविद्यालय प्रबंधन ने पठन-पाठन की प्रक्रिया में हिस्सा लेने से रोक दिया है। विश्वविद्यालय सूत्रों ने सोमवार को बताया है कि जब तक मामले में जांच प्रक्रिया पूरी नहीं हो जाती तब तक आरोपित शिक्षक को किसी भी विश्वविद्यालय गतिविधि में शामिल होने से मना कर दिया गया है।
जादवपुर विश्वविद्यालय के अंतरराष्ट्रीय संबंध विभाग के एक प्रोफेसर के खिलाफ एक छात्रा ने यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई है। जादवपुर पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है।
शोधार्थी छात्र ने फेसबुक पर लिखा, ‘मेरे पर्यवेक्षक ने जानबूझकर मेरा शोध पत्र जमा करने में देर कर दी। मुझे कुछ हफ्ते पहले इसका कारण पता चला। उन्होंने मुझे अपने कार्यालय में बुलाया। उनकी नजर मुझ पर थी।’ छात्रा ने आगे दावा किया कि प्रोफेसर ने उसकी जांघों और गालों को छुआ। शिकायतकर्ता ने दावा किया कि घटना दो सप्ताह पहले की है। छात्रा ने दावा किया कि इस घटना के बाद प्रोफेसर ने अचानक उसे अपने क्वार्टर में बुलाया। प्रोफेसर ने शोध पत्र पर चर्चा के लिए विश्वविद्यालय के ग्रीन जोन में मिलने की पेशकश की। वहां उसका कथित तौर पर यौन शोषण किया गया। पुलिस घटना की जांच कर रही है।