कोलकाता, 14 नवम्बर । बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की भारी बढ़त ने पूरे पश्चिम बंगाल में भाजपा कार्यकर्ताओं में उत्साह की लहर दौड़ा दी है। नतीजों के रुझान स्पष्ट होते ही प्रदेशभर में पार्टी दफ्तरों और प्रमुख राजनीतिक केंद्रों पर जश्न का माहौल बन गया।
कोलकाता स्थित प्रदेश भाजपा मुख्यालय, छह नंबर मुरलीधर सेन लेन पर दोपहर से ही कार्यकर्ता बड़ी संख्या में जुटने लगे। पटाखे फोड़े गए, लड्डू बांटे गए और एक-दूसरे को अबीर लगाकर बधाई दी गई। प्रदेश भाजपा नेताओं ने कहा कि बिहार की जीत ने बंगाल में पार्टी के लक्ष्य 2026 के विधानसभा चुनाव में सत्ता परिवर्तन की उम्मीद को नई ऊर्जा और गति दी है।
एनडीए की बढ़त के साथ ही बैरकपुर औद्योगिक क्षेत्र में भी भाजपा समर्थक सड़कों पर उतर आए। कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह भगवा अबीर खेलकर खुशी जताई और राहगीरों को मिठाई खिलाई।
पूर्व सांसद और भाजपा नेता अर्जुन सिंह के निवास के सामने भी कार्यकर्ताओं ने पटाखे फोड़े और जीत का जश्न मनाया। सिंह ने कहा कि बिहार का जनादेश बंगाल की राजनीति को भी प्रभावित करेगा। उनके अनुसार, “बिहार में एनडीए की जीत निश्चित रूप से बंगाल के मतदाताओं को सोचने पर मजबूर करेगी। यह जीत हमारे लिए अतिरिक्त ऊर्जा का काम करेगी।”
अर्जुन सिंह ने कहा कि बिहार की जनता ने सुशासन और स्थिरता के पक्ष में अपना निर्णय दिया है और यही संदेश बंगाल में भी गूंजेगा। उन्होंने कहा, “बिहार का यह जनादेश बंगाल चुनाव पर असर डालेगा। भाजपा कार्यकर्ताओं को भी इससे नई प्रेरणा मिलेगी।”
दूसरी ओर, तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा के दावों को सिरे से खारिज किया। पार्टी के राज्य महासचिव कुणाल घोष ने कहा, “बंगाल की राजनीति अलग है। यहां शीत, ग्रीष्म, वर्षा—हर मौसम में ममता बनर्जी ही जनता का भरोसा हैं।” उन्होंने दावा किया कि बिहार का जनादेश बंगाल के चुनावी माहौल को प्रभावित नहीं करेगा।
कोलकाता के अलावा हावड़ा, हुगली, उत्तर और दक्षिण 24 परगना, पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर, पुरुलिया, बांकुड़ा तथा उत्तर बंगाल के विभिन्न इलाकों के भाजपा कार्यालयों में भी दिनभर जश्न का माहौल रहा। कार्यकर्ताओं ने ढोल-नगाड़ों के साथ विजय उत्सव मनाया और मिठाइयां बांटीं।
बिहार के नतीजों ने बंगाल भाजपा को न केवल मनोवैज्ञानिक बढ़त दी है, बल्कि 2026 के विधानसभा चुनाव से पहले जमीनी कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा भी भर दी है।
