रानीगंज में नामी कंपनी के नाम पर नकली खाने के तेल का खेल,छापेमारी मे बड़ी संख्या मे नकली तेल जब्त

रानीगंज । रानीगंज मे नकली खाने के तेल के खिलाफ बड़ी कार्रवाई.शहर के बीचों बीच गिरजा पाड़ा इलाके में एक प्रसिद्ध तेल मिल मे नामी खाने के तेल कंपनी फॉर्च्यून के टिनबॉक्स में लोकल क्वालिटी का तेल भरकर बाजार में बेचा जा रहा था। शुक्रवार की देर रात को की गई पुलिसिया कार्रवाई में इस पुरे खेल का भंडाफोड़ हुआ है इसको लेकर शहर में उत्तेजना के साथ-साथ चर्चा का बाजार गर्म है। इस घटना ने आम लोगों के मन में सवाल खड़े कर दिए हैं कि क्या हम जो तेल खरीद रहे हैं, वह असली तो है?जानकारी के अनुसार, शुक्रवार रात को आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट के रानीगंज थाना की पुलिस ने अदानी विल्मर ग्रुप की लीगल टीम के साथ मिलकर गिरजा पाड़ा स्थित मोदी ऑयल मिल पर अचानक दबिश दी। छापामारी में लगभग 102 टिन फॉर्च्यून कंपनी का सरसों का तेल जब्त किया गया। ये टिन असल में फॉर्च्यून ब्रांड के थे, लेकिन इनमें भरा गया तेल लोकल क्वालिटी का था, जिसे कंपनी का बताकर बाजार में चला दिया जा रहा था। घटना के दौरान मिल मालिक मौके से फरार हो गया। लीगल टीम के सदस्यों का दावा है कि मिल में फॉर्च्यून के दो ब्रांड के तेल के टिन का इस्तेमाल कर उसमें नकली तेल भरा जाता था। इससे उपभोक्ता आसानी से इसे असली समझकर खरीद लेते थे। यह पूरी प्रक्रिया अवैध और कानून के खिलाफ है। टीम ने स्थानीय बाजार में तलाशी लेने के बाद इसकी सूचना पुलिस को दी, जिसके बाद रानीगंज थाना के इंस्पेक्टर विकाश दत्ता ने तुरंत कार्रवाई की। उन्होंने सब-इंस्पेक्टर एमडी परवेज के नेतृत्व में एक विशेष अभियान चलाया, जिसमें बड़ी मात्रा में खाद्य तेल जब्त किया गया।
अब सवाल उठ रहा है कि इन टिनों में भरा तेल मिलावटी तो नहीं? और क्या यह खाने योग्य है? इसकी जांच विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्यों कि ये लोगों के स्वास्थ्य के लिए खिलवाड़ है,रानीगंज क्षेत्र में नकली खाद्य सामग्री और प्रसाधन-सौंदर्य समाग्री मे मिलावटी के साथ नकली तेल का कारोबार फल-फूल रहा है। कई बार अभियान चलने के बाद भी किसी अज्ञात कारण से सब कुछ सामान्य हो जाता है। इसी के परदे में कई असहाय लोग जहरीला तेल खाने को मजबूर हो जाते हैं। अब देखना यह है कि प्रशासन क्या कदम उठाता है। इस घटना से जहां आम लोगों के मन में सवाल खड़े कर दिए हैं कि क्या हम जो तेल खरीद रहे हैं, वह असली तो है? और आखिर आम लोग इस असली-नकली के खेल का फर्क कैसे समझे?
वही अब देखना यह है कि प्रशासन क्या कदम उठाता है। आदानी विल्मर की ओर से कहा गया है कि कंपनी नकली उत्पादों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है। उपभोक्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रयासरत है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

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