
धार्मिक उत्साह, गौ-सेवा और भक्ति का अद्भुत संगम
बराकर। बराकर पिंजरापोल सोसाइटी गौ-धाम में बुधवार को गोपाष्टमी के पावन अवसर पर चार दशक पुरानी परंपरा के अनुरूप 46वां स्थापना दिवस एवं गोपाष्टमी महोत्सव श्रद्धा, उत्साह और भक्ति भावना के साथ सम्पन्न हुआ। पूरे दिन गौ-सेवा, भक्ति और सामाजिक एकता का अद्भुत संगम देखने को मिला।
सुबह 9 बजे गौशाला प्रांगण में विद्वान पंडितों द्वारा मंत्रोच्चारण के बीच विधिवत गौमाता पूजन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। इसके उपरांत दोपहर 3:30 बजे एक भव्य शोभायात्रा गाजे-बाजे के साथ बराकर पंचायती ठाकुरबाड़ी मंदिर से प्रारंभ होकर नदी तट स्थित गौ-धाम तक निकाली गई। शोभायात्रा में सैकड़ों श्रद्धालु, गौभक्त और समाजसेवी शामिल हुए। पूरे मार्ग में भजन-कीर्तन और “जय गौमाता” के उद्घोष से वातावरण भक्तिमय बना रहा।
संध्या 4 बजे से आयोजित धार्मिक प्रवचन में वृंदावन श्रीगोकुलेश कुञ्ज पीठाधीश्वर अनन्तश्रीविभूषित श्रीमज्जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी अनन्ताचार्य जी महाराज ने कहा कि संसार में तीन प्रकार की माताएँ होती हैं—लक्ष्मी माता, पृथ्वी माता और गौ माता। गौ माता का दान और सेवा मनुष्य को बैतरणी पार कराने के साथ मोक्ष का मार्ग प्रशस्त करती है। उन्होंने कहा कि गाय के पंचगव्य—गोबर, मूत्र, दूध, दही और घी—से सभी पाप नष्ट हो जाते हैं, क्योंकि गाय में 33 कोटि देवताओं का वास है।
महाराज के दिव्य प्रवचन से श्रद्धालुओं ने आत्मिक शांति और आध्यात्मिक प्रेरणा प्राप्त की।
कार्यक्रम के सफल संचालन में बराकर पिंजरापोल सोसाइटी के अध्यक्ष शिव कुमार अग्रवाल और सचिव अर्जुन अग्रवाल की विशेष भूमिका रही। उन्होंने बताया कि आयोजन का उद्देश्य गौ-सेवा, धर्म और सामाजिक एकता का संदेश समाज के हर वर्ग तक पहुँचाना है।
इस अवसर पर हरे कृष्ण बाबा, विधायक अजय कुमार पोद्दार, बालमुकुंद अग्रवाल, रामरतन सिंघानिया, दिलीप केडिया, मिठू सुल्तानिया सहित क्षेत्र के अनेक सामाजिक कार्यकर्ता एवं नागरिक उपस्थित रहे। पूरे आयोजन के दौरान गौ-भक्ति और उत्साह का वातावरण व्याप्त रहा तथा “जय गौमाता” के उद्घोष गूंजते रहे।
