कोलकाता/दार्जिलिंग। पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले में लगातार हो रही भारी वर्षा के कारण कई इलाकों में भूस्खलन और बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। जिला प्रशासन ने स्थिति पर गहन निगरानी रखते हुए व्यापक राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार, दार्जिलिंग जिले के मिरिक उपखंड में सबसे अधिक नुकसान हुआ है। बिष्णुलाल गांव, जसबीर गांव, पुस्सुम्बिंग टी एस्टेट और मनीभंज्यांग क्षेत्रों में भूस्खलन की घटनाओं से अब तक नौ लोगों की मृत्यु की पुष्टि हुई है, जबकि कई अन्य लापता बताए जा रहे हैं। अपुष्ट रिपोर्टों में मृतकों की संख्या 11 तक होने की संभावना जताई गई है।
भारी वर्षा के चलते दार्जिलिंग के पहाड़ी हिस्सों का मैदानी क्षेत्रों से संपर्क बाधित हो गया है। कई सड़कें और पुल बह जाने से यातायात व्यवस्था प्रभावित हुई है। साथ ही, इंटरनेट और मोबाइल सेवाएँ भी कई इलाकों में बंद हैं।
स्थानीय प्रशासन, पुलिस और आपदा मोचन बल (NDRF/SDRF) की टीमें घटनास्थलों पर तैनात हैं और लगातार राहत एवं बचाव अभियान चला रही हैं। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि “भारी बारिश के कारण कई स्थानों पर भूस्खलन हुआ है। प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है और घायलों को तत्काल चिकित्सा सहायता दी जा रही है।”
सिलीगुड़ी के पोराझाड़ क्षेत्र में बाँध टूटने से विस्तृत क्षेत्र जलमग्न हो गया है। फूलबाड़ी का महानंदा कैनल तथा नेपाल सीमा से सटा गलगालिया क्षेत्र भी बाढ़ की चपेट में है। तीस्ता, महानंदा, जलढाका और तोर्सा नदियाँ खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल के लिए सोमवार तक भारी वर्षा का रेड अलर्ट जारी किया है।
पर्यटकों की सहायता हेतु दार्जिलिंग जिला पुलिस ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है –
91478 89078
फंसे हुए पर्यटक या प्रभावित व्यक्ति इस नंबर पर संपर्क कर सहायता प्राप्त कर सकते हैं।उत्तर-पूर्वी सीमांत रेलवे (NFR) ने खराब मौसम के कारण कई ट्रेनों को रद्द या परिवर्तित किया है। इनमें NJP-अलीपुरद्वार जंक्शन टूरिस्ट स्पेशल, धुबड़ी–सिलीगुड़ी डेमो स्पेशल, और सिलीगुड़ी–बक्शीहाट एक्सप्रेस शामिल हैं।
जिला प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल आधिकारिक सूचनाओं पर भरोसा करें। सभी को सावधानी बरतने और आवश्यकतानुसार सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने की सलाह दी गई है।