आसनसोल (संवाददाता): बराकर नदी पर बने पुल क्षतिग्रस्त होने के कारण उसके अस्तित्व को बचाने के लिए जिला प्रशासन ने जल्द करवाई करते हुऐ बराकर पुल पर बड़े वाहनों की आवागमन रोकने के लिए ब्रीकेटिंग लगा दी गई साथ ही पुल की रिपेयरिंग के लिए कार्य भी शुरू करवा दिया। इसे लेकर बराकर के समाजसेवी व उद्योगपति महेश सराफ व व्यवसाई सुशील अग्रवाल, प्रकाश अग्रवाल ने सयुक्त रुप से जिला प्रशासन की पहल को लेकर धन्यवाद दिया। पश्चिम बंगाल एवम झारखण्ड सीमा को आपस में जोड़ने के लिए वर्ष 1923 में अंगेजो ने बराकर नदी पर पुल का निर्माण करवाया था। लगभग 5 वर्ष पूर्व पुल के दो पिलर जर्जर होने के कारण बड़े वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई थी परंतु हाल के दिनों में पुल के दो जर्जर पिलर के नीचे का स्लीपर एवं उसकी मिट्टी नदी के पानी में बह जाने के बाद उनके अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा था।