शिक्षाविदों सहित 350 टॉपर्स को किया गया सम्मानित
आसनसोल :विद्या रत्न :मेगा एजुकेशन आइकन अवार्ड समारोह के जरिए एक मुकम्मल इतिहास रचने का काम किया है इंटरनेशनल इक्विटेबल ह्यूमन राइट्स सोशल काउंसिल ने।वैश्विक स्तर पर जनहित में कार्य कर रही इस संस्था की ओर से रविवार की शाम विद्या रत्न आइकन अवार्ड,सीजन 11 का आयोजन औद्योगिक शहर आसनसोल के रविन्द्र भवन स्थित विशाल ऑडिटोरियम में किया गया।आयोजन की शुरुआत राष्ट्रीय गीत से हुई।संस्था के सदस्यों ने राष्ट्रीय गीत गाकर समां बांध दिया।फिर आसनसोल रामकृष्ण मिशन आश्रम के सचिव सोमात्मा नन्द जी महाराज, कल्ला ईसीएल हॉस्पिटल के सीएमओ मोहम्मद फैयाज अहमद,संस्था के इंटरनेशनल चेयरमैन संजय सिन्हा आदि ने दीप जलाकर समारोह को आगे बढ़ाया।स्वागत भाषण में चेयरमैन संजय सिन्हा ने तमाम मेधावी विद्यार्थियों को बधाई दी और उनकी हौसला अफजाई की।उन्होंने कहा, ‘ जिंदगी में हमेशा पॉजिटिव रहो।अगर हार है तो जीत भी है।लक्ष्य निर्धारित करके आगे बढ़ेंगे तो कामयाबी निश्चित मिलेगी।’उन्होंने कहा कि, ‘सबसे पहले अच्छा इंसान बने,तब तुम अच्छे डॉक्टर,इंजीनियर,पत्रकार आदि बन पाओगे।’ श्री सिन्हा ने बताया कि बहुत जल्दी फ्री एजुकेशन काउंसलिंग सेंटर भी शुरू किया जाएगा।विशेष अतिथि स्वामी सोमात्मा नन्द जी महाराज,पश्चिम बर्दवान के जिला सभाधिपति विश्वनाथ बाउरी,आसनसोल नगर निगम के डिप्टी मेयर वसीमुल हक,सीएमओ मोहम्मद फैयाज अहमद,पार्षद व अधिवक्ता भोला नाथ हेला,वरिष्ठ पत्रकार संतोष श्रीवास्तव आदि ने भी अपनी बातें रखीं।ज्ञात हो कि तालियों की गड़गड़ाहट के बीच 52 स्कूलों के लगभग साढ़े तीन सौ बच्चों को विद्या रत्न आइकन अवार्ड 2025 से नवाजा गया।पत्रकार सज्जन पारीक,दिनेश पांडे,विकास चंद्र और वसीम खान को सम्मानित किया गया।साथ ही शिक्षाविद प्रोफेसर डॉक्टर आलोक सत्संगी,डॉक्टर विजय मंडल,कृष्ण कुमार यादव,प्रोफेसर राहुल श्याम,डॉक्टर अमृता भट्टाचार्य,डॉक्टर सौरदीप चटर्जी,सोमनाथ नियोगी,जय घोष, सौम्यदीपा दास,सौमिक चौधरी के अलावा आसनसोल आशीर्वाद फाउंडेशन के सौम्य साधु को विद्या रत्न आइकन अवार्ड 2025 से विभूषित किया गया।इस आयोजन में संस्था के कौशिक रॉय चौधुरी (दुर्गापुर),अमित सिंह, दीपांजना कुंडू, दीपंकर दास,संजय दास,अभिषेक दास,अंजन दे,सृजित दे,सतबीर सिंह,कौशिक रॉय चौधुरी,हीरा पाठक,शुभम शर्मा,शांतनु बिस्वास,प्रियव्रत सरकार,आशीष कुमार,आशा नाथ, पापिया मित्रा,रिंकू बाध्यकर, रूमपा नाथ, आलो नाथ,आयुषी सरकार आदि की भूमिका महत्वपूर्ण रही।