रानीगंज। ऑल इंडिया आदिवासी कोऑर्डिनेशन कमेटी द्वारा रानीगंज के रानीसायर मोड़ वार्ड संख्या 33 से वार्ड संख्या 37 के बाबूपुर मोड़ तक सड़क का नामकरण आदिवासियों के भगवान माने जाने वाले बिरसा एवं सिद्धू कानू के नाम पर करने की मांग की गई थी. जिसका नामकरण बुधवार को रानीसायर मोड़ के सिद्धू कानू के स्टैचू के समक्ष पर एक कार्यक्रम आयोजित कर किया गया. इस सड़क के नामकरण आसनसोल नगर निगम के चेयरमैन अमरनाथ चटर्जी ने शिलापट्ट का अनावरण कर किया. इस मौके पर अन्य अतिथियों में वार्ड संख्या 37 के पार्षद रुपेश यादव, स्थानीय तृणमूल नेता सदन सिंह, ऑल इंडिया आदिवासी कोऑर्डिनेशन कमेटी के अध्यक्ष जनार्दन को, सचिव मोतीलाल सोरेन, हीरालाल सोरेन सहित भारी संख्या में आदिवासी समाज एवं आसपास के लोग उपस्थित थे.
मंचीय कार्यक्रम के दौरान आदिवासी समाज की महिलाओं ने अपने पारंपरिक नृत्य पेश किया. कार्यक्रम के दौरान तनाव की स्थिति तब बन गई जब अमरनाथ चटर्जी एवं रूपेश यादव ने रानीसायर मोड़ पर स्थित सिद्धू कानू की मूर्ति पर माल्यार्पण करने गए. जहां देखा गया कि मूर्ति कंपाउंड के गेट पर ताला लटका हुआ था. जिससे कार्यक्रम में उपस्थित आदिवासी नाराज दिखे. इस विषय पर स्थानीय लोगों ने कहा कि यहां पर एक अन्य आदिवासी समाज है जिनके द्वारा यह कृत्य किया गया है.
वहीं मोतीलाल सोरेन ने कहा कि आज का दिन हम लोगों के लिए खुशी का दिन है क्योंकि हमारे भगवान बिरसा एवं सिद्धू कानू के नाम पर यहां के रास्ते का नामकरण किया गया है. कुछ लोग यहां के कुछ र राजनीतिज्ञों के सिखावे में आकर षड्यंत्र कर रहे हैं. जिससे आज हमारे सिद्धू कानू का सम्मान नहीं हो सका. ऐसे लोग समाज का हित नहीं कर सकते.