पुरुलिया: नितुरिया प्रखंड अंतर्गत लगे कल कारखानों से लोगों को जितनी आशाएं थी या दिखाई गई थी उस लिहाजन युवाओं युवतियों को रोजगार तो नहीं मिले पर “फ्लाई आश” से भरपूर प्रदूषित वातावरण तो भरपूर की पूछिए मत। अब लोग त्राहिमाम कर रहे हैं और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को दुहाई दे रहे हैं। लोगों का कहना है कि दीदी लक्ष्मी भंडार का पैसा ना दें पर “फ्लाई आश” और प्रदूषण से मुक्ति अवश्य दें ताकि हम सब निरोगमय जिंदगी जी सकें।
उल्लेखनीय है कि नितुरिया के दीघा ग्राम पंचायत अंतर्गत पर्वतपुर व आसपास के गांव में श्री सीमेंट कारखाने का उड़ता हुआ धूल कारखाने का “फ्लाई आश” परेशानी का कारण बना हुआ है।
क्या कहते हैं पर्वत पुर के ग्रामीण– उनका सीधा कहना है कि लक्ष्मी भंडार के पैसे के लिए हम सीमेंट नहीं खा सकते। पर्वतपुर गावँ की आदुरी पाल, सरस्वती पाल स्थानीय दीघा के राजन राय , विष्णु मायती सहित अन्य ने सीमेंट कारखाने के प्रदूषण से श्वास तकलीफ, आंखों की समस्या की शिकायत की। कहा कि धूलकणों से घर में रखी हर सामग्री के प्रदूषित हो रहा है। कहा इससे हमारे पालतू मवेशी मर रहे हैं, खेतों को नुकसान हो रहा है, सब्जियां नहीं उग रही, घर में रखा पेयजल पर भी छाई की परत बैठ रही है। इसके साथ ही कहा कि युवाओं को रोजगार तक नहीं, जबकि बाहरी लोगों को काम दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ममता सरकार द्वारा दिया जा रहा लक्ष्मी भंडार का एक हजार रुपया हमें नहीं चाहिए, पर स्वस्थ निरोगमय जीवन के लिए गावँ प्रदूषण मुक्त होना चाहिए।
