माध्यमिक में ‘टॉपर’, मौत के 17 दिन बाद बेटी का रिजल्ट देख शोकाकुल परिवार

 

आसनसोल, 02 मई । शुक्रवार को घोषित माध्यमिक परीक्षा के परिणाम जहां हजारों सफल छात्रों के परिजनों के लिये खुशिया लेकर आई वहीं एक परिवार ऐसा भी जहां बेटी का उत्कृष्ट रिजल्ट आने के बावजूद मातम पसर गया। ऐसा इसलिये माध्यमिक परीक्षा में 674 अंक हासिल कर मेधा सूची में स्थान बनाने वाली थैबी मुखर्जी अब इस दुनिया में नहीं है। पश्चिम बर्दवान जिला अंतर्गत आसनसोल स्थित उमारानी गोराई स्कूल की छात्रा थैबी मुखर्जी बीते अप्रैल में ही पीलिया रोग की शिकार हो गई थी। थैबी के असामायिक निधन के 17 दिनों बाद आये रिजल्ट ने उसके परिजनों को शोकाकुल कर दिया।

शुक्रवार सुबह माध्यमिक परीक्षा का परिणाम घोषित होने के बाद से ही बेटी की फोटो हाथ में लेकर उसका परिवार रो पड़ा। साथ ही उसके रिश्तेदारों और शिक्षक -शिक्षिकाओं में भी शोक का माहौल है।
मिली जानकारी के अनुसार, थैबी मुखर्जी आसनसोल के उमारानी गड़ाई स्कूल में हमेशा टॉपर हुई। उनके पिता विवेकानंद मुखर्जी पेशे से होम्योपैथिक डॉक्टर हैं जबकि मां पिऊ मुखर्जी एक गृहिणी हैं। थैबी ने इस वर्ष माध्यमिक की परीक्षा दी थी। हालांकि, इससे पहले ही छात्रा को पीलिया होने का पता उसके परिवार को चला था। उसके माता-पिता इलाज के लिए उसे वेल्लोर लेकर गए। करीब एक करोड़ रुपए की लागत से लीवर प्रत्यारोपण किया जाना था। इसमें स्कूल और शहरवासी ने भी सहयोग किया था। इलाज के लिए वित्तीय सहायता सोशल मीडिया से भी मिली थी। लेकिन मात्र 45 लाख रुपए एकत्र हुए थे। अन्ततः थैबी को बचाया नहीं जा सका और 16 अप्रैल को उसकी मृत्यु हो गई।
माध्यमिक परीक्षा में थैबी को 674 अंक मिले हैं। बांग्ला में 99, गणित में 98, भौतिक विज्ञान में 97, जीवन विज्ञान में 98, इतिहास में 95, भूगोल में 95 अंक लाकर थैबी ने अपने परिवार और स्कूल को गौरवान्वित किया है। हालांकि नीयति कहें या बिडंवना, इस कामयाबी को देखने के लिये थैबी खुद मौजूद नहीं है।

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