दीघा में जगन्नाथ मंदिर उद्घाटन से पहले मंगल मंत्रों की गूंज, सुरक्षा के कड़े इंतजाम

 

कोलकाता, 28 अप्रैल  ।अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर पूर्व मेदिनीपुर जिले के दीघा में नवनिर्मित जगन्नाथ मंदिर के उद्घाटन की तैयारियां जोरों पर हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी स्वयं मंदिर में विग्रहों की प्राण प्रतिष्ठा करेंगी। इससे पहले पूरे दीघा में उत्सव का माहौल बन गया है। मंगल सानाई की मधुर ध्वनि से इस तटीय शहर का हर कोना गूंज रहा है। साथ ही सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त भी किए गए हैं।

प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, सुरक्षा व्यवस्था को अभेद्य बनाने के लिए करीब 800 पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा। इसके लिए आसपास के जिलों से भी अतिरिक्त पुलिस बल मंगवाया गया है। दीघा गेट और ओडिशा सीमा पर भी निगरानी बढ़ा दी गई है।

कांथी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) शुभेन्द्र कुमार ने बताया कि दिघा गेट के पास चेकपोस्ट स्थापित कर दी गई है। सोमवार से ओल्ड दिघा में वाहनों की आवाजाही पर पूरी तरह से नियंत्रण रहेगा। पर्यटकों के आवागमन पर पहले से नजर रखी जा रही है और आगामी दिनों में सुरक्षा में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी।

जिला पुलिस के एक अधिकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी विशेष होमयज्ञ में भाग लेंगी। इस दौरान ओल्ड दीघा से न्यू दीघा स्थित जगन्नाथ धाम तक 116बी राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात नियंत्रित रहेगा।

मंदिर प्रशासन ने बताया कि भले ही आधिकारिक उद्घाटन 30 अप्रैल को होगा, लेकिन उपाचार कई दिन पहले से शुरू हो चुके हैं। पुरी के मंदिर के राजेश दयितापति के नेतृत्व में शांति यज्ञ हो रहा है, जिसमें इस्कॉन के सह-उपाध्यक्ष राधारमण दास तथा विभिन्न शाखाओं के लगभग 60 भक्त भाग ले रहे हैं। चार अग्निकुंडों के बीच महाकुंड जलाकर एक करोड़ मंत्रोच्चारण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। गंगाजल और दूध से भगवान जगन्नाथ, बलराम, सुभद्रा और सुदर्शन सहित अन्य देवी-देवताओं का स्नान संपन्न हो चुका है। रोजाना हवन और होमयज्ञ की प्रक्रिया 29 अप्रैल तक चलेगी, जब महायज्ञ का आयोजन किया जाएगा।

रविवार के अवकाश के चलते दीघा में पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ी। हालांकि मंदिर में आम लोगों के प्रवेश पर अभी पूरी तरह रोक है। मंदिर के चारों ओर पुलिस बल मुस्तैद है। पूरे जिले में जगन्नाथ मंदिर उद्घाटन के पोस्टर लगाए गए हैं और ओल्ड दीघा से न्यू दीघा तक रंगीन रोशनी से सजावट की गई है। विभिन्न स्थानों पर प्रकाश द्वार बनाए गए हैं। हालांकि शनिवार रात आई आंधी में एक प्रकाश द्वार के गिरने से थोड़ी देर के लिए यातायात बाधित हुआ था, जिसे प्रशासन ने तुरंत हटाकर मार्ग साफ कर दिया।

होटल व्यवसायियों के अनुसार, इस समय दीघा में होटल मिलना मुश्किल हो सकता है। महीनों पहले से ही अधिकतर होटल बुक हो चुके हैं। प्रशासनिक अधिकारियों के लिए भी कई होटल पहले से आरक्षित हैं। हालांकि दीघा होटलियर्स एसोसिएशन के संयुक्त सचिव विप्रदास चट्टोपाध्याय ने आश्वस्त किया है कि सोमवार से बुधवार तक आने वाले पर्यटकों के रहने की पूरी व्यवस्था की जाएगी ताकि किसी को कठिनाई न हो।

 

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